दुनिया में तेजी से बढ़ते कैंसर के इलाज के लिए मेडिकल रिसर्च की जा रही है। इस बीच येल के सर्जन डॉ. किरण तुरागा ने अमेरिकी में कैंसर की देखभाल के कुछ मानक विकसित किए हैं, जो दुनिया के अन्य देशों में कैंसर की देखभाल के लिए अहम है। तुरागा ने यह कार्य व्यापक स्तर पर वैश्विक चिकित्सा विशेषज्ञों के इनपुट के आधार पर तैयार किया गया है।
डॉ. तुरागा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के पूर्व छात्र व येल स्कूल ऑफ मेडिसिन में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के प्रमुख हैं। उन्होंने पेट की परत को प्रभावित करने वाले कैंसर के एक ग्रुप, पेरिटोनियल सरफेस मैलिग्नेंसी (PSM) के इलाज के लिए नए राष्ट्रीय दिशानिर्देशों विकसित करने वाली 317 मेडिकल एक्सपर्ट्स और प्रोफेशनल्स की टीम के अलावा 500 चिकित्सकों की चिकित्सकों से इनपुट लिया। विकसित किए गए ये दिशानिर्देश 25-26 जून को जारी किए गए इसके साथ ही इसे कैंसर और एनाल्स ऑफ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी पत्रिकाओं में प्रकाशित भी किया गया।
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