अमेरिका में भारतीय मूल की लकवाग्रस्त अमेरिकी छात्रा के लिए व्यापक स्तर पर डोनेशन कैंपेन शुरू किया गया है। यूसी बर्कले में इस अभियान के तहत 5 मई यानी अब तक $98,077 जुटाए जा चुके हैं। मानवीय सहायता की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है। यह अभियान 26 अप्रैल को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य सामूहिक रूप से पारस्परिक सहयोग के माध्यम से चिकित्सा देखभाल के लिए यह धन जुटाया जा रहा है।
बर्कले में भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा बंदना भट्टी की कमर के नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया। यह घटना 19 अप्रैल को हुई। जब 19 वर्षीय बंदना को डिग्री मिलने वाली थी। भट्टी ने डेटा साइंस में स्नातक किया है। लेकिन लगवाग्रस्त होने के कारण उनके लाइफ में अंधेरा सा छाने लगा है। ऐसे में रिकवरी के लिए उनके परिवार और दोस्तों के साथ जनभागीदारी के जरिए लोगों को दान के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि बंदना का इलाज किया जा सके।
बता दें कि दुर्घटना की रात, बंदना को कई गंभीर चोटें आईं, जिसमें रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर, रीढ़ की हड्डी में द्रव रिसाव के साथ ड्यूरा का फटना, स्कैपुलर फ्रैक्चर और मस्तिष्क में हेमटोमा शामिल है। वह अभी भी अस्पताल में भर्ती है और उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि उसकी चोटों के लिए लंबे समय तक फिजियोथेरेपी, विशेष सहायता और घर में महत्वपूर्ण बदलाव की आवश्यकता की जरूरत है। ऐसे में दान अभियान की शुरूआत करने के लिए बंदना के सबसे करीबी दोस्तों ने 4 मई को हाफ-मैराथन दौड़ लगाई।
दान अभियान में शामिल बंदना भाटी के दोस्तों ने इस मौके पर कहा, "हमारा लक्ष्य बंदना के ठीक होने के लिए धन जुटाने के लिए $5-प्रति-मील का संकल्प लिया है। इस अभियान से उन लोगों को जोड़ा जा रहा है, जो दान कर रहे हैं या फिर संदेश को प्रसारित करने में सहायता के लिए आगे आ रहे हैं।"
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