दुनिया में तेजी से फैसले कैंसर के इलाज के लिए लगातार चिकित्सा अनुसंधान को बढ़ावा दिया जा रहा है। अमेरिका के फ्लोरिडा स्टेट में इस घातक बीमारी के इलाज के लिए कैंसर सेंटर उद्घाटन किया गया। इस चिकित्सा केंद्र का नाम नीलेश मेहता जीयू क्लिनिक रखा गया है। सेंटर का नाम नीलेश के नाम पर रखनी बड़ी वजह यह है कि इस भारतीय मूल के अमेरिकी ने कैंसर के लिए बढ़ चढ़कर दान दिया है।
अमेरिका में भारतीय मूल के अमेरिकी नीलेश मेहता का अमेरिका में सम्मानित किया गया है। दरअसल, मोफिट ने भारतीय अमेरिकी दाता को एक कैंसर सेंटर समर्पित किया है। बता दें कि मोफिट में मूत्राशय कैंसर का इलाज करा रहे नीलेश मेहता ने कैंसर अनुसंधान के लिए बड़ी राशि दान की। मेहता का दो साल पहले मोफिट में मूत्राशय कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज हुआ था, ने नीलेश मेहता मूत्राशय कैंसर अनुसंधान कोष की स्थापना के लिए $1.25 मिलियन का दान दिया।
यह भी पढ़ें- US: यूसी बर्कले में लकवाग्रस्त भारतीय अमेरिकी छात्रा के लिए दान अभियान, अब तक जुटाए $98 हजार
वर्ष 1996 से मेहता का वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र से गहरा नाता रहा है। उन्होंने जीवन रक्षक चिकित्सा निदान परीक्षणों को विकसित करने, निर्माण करने और आपूर्ति करने के लिए लाखों का निवेश किया है। मेहता ने गुजरात, भारत और न्यू जर्सी में विनिर्माण सुविधाएं स्थापित की हैं, जो दुनिया भर में चिकित्सा निदान को और अधिक सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
वे 2004 से 2026 तक इंडियन अमेरिकन फोरम फॉर पॉलिटिकल एजुकेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है, यह संगठन भारतीय अमेरिकियों के बीच राजनीतिक जागरूकता और जुड़ाव बढ़ाने पर केंद्रित है।
टैम्पा में स्थित मोफिट कैंसर सेंटर, अमेरिका में केवल 57 राष्ट्रीय कैंसर संस्थान द्वारा नामित व्यापक कैंसर केंद्रों में से एक है। यह कैंसर के उपचार के लिए अपनी वैज्ञानिक उत्कृष्टता और बहु-विषयक दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है।
यह भी पढ़ें: भीषण गर्मी के बीच मौतों का आंकड़ा बढ़ने की क्या है असल वजह? बताएगा हार्वर्ड का शोध
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login