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भारतीय मूल के प्रोफेसर को मिला वैश्विक करियर अवॉर्ड

185 से अधिक शोध-पत्र और 8 पेटेंट्स के साथ बाजवा ने वुड साइंस और इंडस्ट्रियल क्रॉप एप्लिकेशंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।

मोंटाना स्टेट यूनिवर्सिटी में मैकेनिकल और औद्योगिक इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख दिलप्रीत बाजवा / Courtesy: LinkedIn

मोंटाना स्टेट यूनिवर्सिटी के भारतीय मूल के प्रोफेसर दिलप्रीत बाजवा को एसोसिएशन फॉर द एडवांसमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल क्रॉप्स यानी AAIC की ओर से AE थॉम्पसन करियर अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान उनके औद्योगिक फसलों और जैव-आधारित उत्पादों के क्षेत्र में लंबे समय से किए जा रहे योगदान को दर्शाता है।

वर्तमान में वे MSU के मैकेनिकल और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख हैं और इंजीनियरिंग व कृषि विज्ञान को एकीकृत कर पर्यावरणीय और औद्योगिक चुनौतियों के समाधान के लिए कई पहल का नेतृत्व कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में किए गए अनुसंधानों को नेशनल साइंस फाउंडेशन, यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर और यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी से लगभग 4.5 करोड़ डॉलर यानी लगभग 375 करोड़ रुपये का फंड मिला है।

185 से अधिक शोध-पत्र और 8 पेटेंट्स के साथ बाजवा ने वुड साइंस और इंडस्ट्रियल क्रॉप एप्लिकेशंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। वे इंडस्ट्रियल क्रॉप्स एंड प्रोडक्ट्स जर्नल के एडिटर-इन-चीफ भी हैं और उन्होंने अनेक ग्रेजुएट, अंडरग्रेजुएट और पोस्टडॉक्टोरल स्कॉलर्स का मार्गदर्शन किया है जिनमें से कई अब शैक्षणिक और औद्योगिक जगत में अग्रणी हैं।

मोंटाना स्टेट यूनिवर्सिटी से जुड़ने से पहले वह नॉर्थ डकोटा स्टेट यूनिवर्सिटी में कार्यरत थे। यहां उन्होंने बायोप्रोडक्ट्स इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता हासिल की थी। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय, अर्बाना-शैंपेन से एग्रीकल्चरल एंड बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी की है।

यह सम्मान उनके पिछले उपलब्धियों की सूची में एक और उपलब्धि जोड़ता है। इसमें 2023 में इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ वुड साइंस के फेलो के रूप में चयन और MSU प्रोवोस्ट्स अवॉर्ड फॉर अंडरग्रेजुएट रिसर्च/क्रिएटिव मेंटरिंग शामिल हैं। उनके सहकर्मी उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं जो इंजीनियरिंग और प्राकृतिक संसाधनों को जोड़ते हुए सहयोगी और बहुविषयक नवाचार को प्रोत्साहित करते हैं।

आपको बता दें कि यह पुरस्कार उन पेशेवरों को दिया जाता है जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण प्रभाव और दीर्घकालिक उपलब्धि हासिल की हो। यह पुरस्कार AE (टॉमी) थॉम्पसन की विरासत को सम्मानित करता है जो औद्योगिक फसलों के विकास के अग्रदूतों में से एक थे।

उम्मीदवारों का चयन उनके शोध में उत्कृष्टता, नेतृत्व क्षमता और AAIC के भीतर प्रभाव के आधार पर किया जाता है जो गैर-खाद्य और गैर-चारा फसलों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है। AAIC इस पुरस्कार को अपने वार्षिक सम्मेलन के दौरान औपचारिक रूप से प्रदान करेगा जिससे मोंटाना स्टेट यूनिवर्सिटी की वैश्विक स्थिरता अनुसंधान में बढ़ती भूमिका को और मजबूती मिलेगी।

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