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भारत में अमेरिकी राजदूत की राह और एरिक गार्सेटी का इंतजार

कुछ लोग कह सकते हैं कि गार्सेटी के लिए भारत में बतौर अमेरिकी राजदूत कई चीजें सहज नहीं होंगी लेकिन उनमें इतना माद्दा तो है ही कि दरकार होने पर वह दिल्ली से सीधे ओवल कार्यालय फोन घुमा सकते हैं।

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