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'भारतीय छात्रों को जल्द ही देश में ही मिलेगी अमेरिकी डिग्री, खुलेंगे दर्जनों कैंपस'

भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि मेरा लक्ष्य भारत में अधिक से अधिक अमेरिकियों को भारत लाना है क्योंकि हम वर्षों से भारतीयों को अमेरिका आते हुए देख रहे हैं। आने वाले समय में दर्जनों अमेरिकी कैंपस भारत में खुलेंगे।

राजदूत एरिक गार्सेटी ने अमेरिका में कई भारतीय छात्रों की मौत के बारे में भी अहम टिप्पणी की है। / X @USAmbIndia

भारतीय छात्र जल्द ही अपने ही देश में अमेरिकी विश्वविद्यालयों की पढ़ाई करके डिग्रियां ले सकेंगे। भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी का कहना है कि जल्द ही अमेरिकी विश्वविद्यालयों के दर्जनों कैंपस भारत में खुलेंगे और संयुक्त कोर्स ऑफर किए जाएंगे। 

अमेरिकी राजदूत ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया कि अमेरिका कि एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी ने भारत में दस से ज्यादा कैंपस खोलने का ऐलान किया है। गार्सेटी ने ऑस्ट्रेलिया की डीकिन यूनिवर्सिटी द्वारा भारत के गुजरात राज्य में गिफ्ट सिटी में अपना पहला विदेशी कैंपस खोलने से जुड़े सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। 



गार्सेटी ने कहा कि निश्चित रूप से मेरा लक्ष्य अधिक से अधिक अमेरिकियों को भारत लाना है क्योंकि हम वर्षों से भारतीयों को अमेरिका आते हुए देख रहे हैं। आने वाले समय में दर्जनों अमेरिकी कैंपस भारत में खुलेंगे। संयुक्त प्रोग्राम ऑफर किए जाएंगे। एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी तो भारत में अपने 10 से अधिक कैंपस खोलने की घोषणा कर चुकी है। 

अमेरिकी राजदूत ने कहा कि मेरा मानना है कि भविष्य है। भारतीय लोग अमेरिका के बारे में काफी कुछ जानते हैं और अमेरिकी भी भारतीयों के बारे में अधिक जानते हैं। हम दोनों मिलकर दुनिया को आगे ले जा सकते हैं। हमारा रिश्ता भारत और अमेरिका के संबंधों से कहीं आगे तक जाता है। 

अमेरिका में पिछले कुछ समय में कई भारतीय छात्रों की मौत के बारे में राजदूत गार्सेटी ने कहा कि अमेरिकी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि भारतीय छात्रों को अमेरिका जाने से पहले मेंटल हेल्थ और फिजिकल सेफ्टी के बारे में पर्याप्त जानकारी हो। वैसे तो दर्दनाक हादसे कोई नई बात नहीं है, लेकिन अमेरिका सरकार चाहती है कि ऐसी घटनाएं कम से कम हों। 

गार्सेटी ने कहा कि हम हर छात्र की भलाई चाहते हैं, खासकर ऐसे छात्र जो पढ़ाई के लिए अमेरिका जाते हैं। हम यह  सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अमेरिकी कैंपस के बारे में उन्हें पर्याप्त जानकारी पहले से हो। अमेरिका में लगभग ढाई लाख भारतीय छात्र हैं और हम उनकी भलाई चाहते हैं।

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