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नकली फेंटानिल: दो भारतीय नागरिकों और ऑनलाइन फार्मेसी पर प्रतिबंध

विदेशी सम्पत्ति नियंत्रण कार्यालय (OFAC) ने सादिक अब्बास हबीब सैय्यद और खिजर मोहम्मद इकबाल शेख को इस मामले में उनकी भूमिका के लिए नामजद किया है।

सांकेतिक तस्वीर / Unsplash

वित्त विभाग ने दो भारतीय नागरिकों और एक भारत-स्थित ऑनलाइन फार्मेसी पर प्रतिबंध लगाया है। इन पर संयुक्त राज्य अमेरिका में पीड़ितों को फेंटानिल और अन्य अवैध दवाओं से युक्त नकली नुस्खे वाली गोलियां बेचने का आरोप है। विभाग ने इस कदम को 'अमेरिका को फेंटानिल मुक्त बनाने' के अपने प्रयास का हिस्सा बताया है।

विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (OFAC) ने सादिक अब्बास हबीब सैय्यद और खिजर मोहम्मद इकबाल शेख पर उनकी भूमिका के लिए मुकदमा चलाया है। अधिकारियों ने इसे एक विशाल अभियान बताया है जिसके जरिए लाखों घटिया गोलियां अमेरिकी समुदायों में पहुंचाई गईं।

शेख के व्यवसाय, केएस इंटरनेशनल ट्रेडर्स, जिसे केएस फार्मेसी के नाम से भी जाना जाता है, पर भी तस्करी की योजना के वाहक के रूप में काम करने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया।

आतंकवाद और वित्तीय खुफिया मामलों के वित्त मंत्रालय के उप सचिव जॉन के. हर्ले ने कहा कि फेंटानिल ने बहुत से परिवारों को बर्बाद कर दिया है। आज, हम उन लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए कार्रवाई कर रहे हैं जो इस जहर से लाभ कमाते हैं। वित्त मंत्रालय, नशीली दवाओं के तस्करों को निशाना बनाकर अमेरिका को फेंटेनाइल मुक्त बनाने की राष्ट्रपति ट्रम्प की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाता रहेगा।

अधिकारियों ने कहा कि फेंटानिल सिंथेटिक ओपिओइड संकट का प्रमुख कारण बना हुआ है, जिसने लाखों अमेरिकियों की जान ली है। 18 से 45 वर्ष की आयु के अमेरिकियों में ओपिओइड का ओवरडोज मौत का प्रमुख कारण है। कार्यकारी आदेश 14059 के तहत जारी किए गए ये प्रतिबंध, भारत के साथ नशीले पदार्थों की तस्करी का मुकाबला करने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार के लिए बाइडन-युग के ढांचे को रेखांकित करते हैं, जिसे अब ट्रम्प प्रशासन ने आगे बढ़ाया है।

न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले में 2024 के अभियोग में, अभियोजकों ने सैयद और शेख पर एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म पर रियायती दवाओं के रूप में गोलियों का विपणन करने का आरोप लगाया। इसके बजाय, अधिकारियों का आरोप है कि गोलियों में फेंटानिस, फेंटानिल एनालॉग्स और मेथामफेटामाइन मिलाया गया था। दोनों व्यक्ति डोमिनिकन गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका के तस्करों के साथ मिलकर इन दवाओं को देश भर में वितरित करते थे।

अधिकारियों के अनुसार, शेख पिछले साल अभियोग लगने के बाद भी केएस इंटरनेशनल ट्रेडर्स का संचालन करता रहा। न्याय विभाग द्वारा आरोपों का खुलासा करने के महीनों बाद, ट्रेजरी ने कंपनी की वेबसाइट का एक स्क्रीनशॉट जारी किया जिसमें नशीले पदार्थों की बिक्री दिखाई गई थी।

ऑनलाइन फार्मेसियों की भूमिका
ट्रेजरी ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि कैसे अवैध फार्मेसियां, जिनमें से कुछ भारत में स्थित हैं, फेंटानिल के व्यापार में वैश्विक खिलाड़ी बन गई हैं। ये साइटें वैध गतिविधियों की नकल करती हैं और ऑक्सीकोडोन, एडरल और जैनैक्स जैसी नामी-गिरामी दवाओं जैसी गोलियां बेचती हैं। खरीदार, यह सोचकर कि वे सुरक्षित खरीदारी कर रहे हैं, मगर उन्हें घातक पदार्थों से युक्त नकली उत्पाद मिलते हैं।

DAE ने अक्टूबर 2024 की एक चेतावनी में, संयुक्त राज्य अमेरिका में फेंटानिल और मेथामफेटामाइन युक्त गोलियां भेजने वाली अवैध ऑनलाइन फार्मेसियों में वृद्धि का उल्लेख किया है। अधिकारियों ने कहा कि मैक्सिकन कार्टेल भी अपनी गुप्त प्रयोगशालाओं के लिए ऐसे आपूर्तिकर्ताओं से पूर्वगामी रसायन खरीदते हैं।

प्रतिबंधों का अर्थ है कि सैय्यद, शेख और केएस इंटरनेशनल ट्रेडर्स की सभी संपत्तियां और हित, जो अमेरिकी अधिकार क्षेत्र में आते हैं, अब अवरुद्ध हैं। अमेरिकी व्यक्तियों को OFACG से स्पष्ट प्राधिकरण के बिना उनके साथ लेनदेन करने से रोक दिया गया है।

उल्लंघन के गंभीर परिणाम होते हैं। ट्रेजरी ने कहा कि प्रतिबंधों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप अमेरिकी और विदेशी व्यक्तियों, जिनमें प्रतिबंधित लेनदेन की सुविधा प्रदान करने वाले वित्तीय संस्थान भी शामिल हैं, दोनों पर नागरिक या आपराधिक दंड लगाया जा सकता है।

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