ADVERTISEMENT

राष्ट्रीय सम्मेलन में सेवा इंटरनेशनल यूएसए के योगदान को प्रमुख हस्तियों ने सराहा

सांसद कृष्णमूर्ति ने संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ते, बेहतर ढंग से शिक्षित और सबसे समृद्ध के रूप में समुदाय की स्थिति पर जोर दिया। कृष्णमूर्ति ने सेवा इंटरनेशनल को अपना समर्थन देने का भी वादा किया। इसकी सभी पहलों में भाग लेने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

140 से अधिक स्वयंसेवकों के अलावा संस्था के डायरेक्टर, सलाहकार बोर्ड के सदस्य, कार्यकारी टीम के मेंबर, चैप्टर अध्यक्ष, कोऑर्डिनेटर और अन्य प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया। / Sewa International

सेवा इंटरनेशनल यूएसए (Sewa International USA) सनातन हिंदू चिंतन पर आधारित एक गैर-लाभकारी संगठन है। संस्था ने अमेरिका में 4 और 5 मई को Schaumburg, IL के IndiaHub में अपना 18 वां राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 140 से अधिक स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा संस्था के डायरेक्टर, सलाहकार बोर्ड के सदस्य, कार्यकारी टीम के नेता, चैप्टर अध्यक्ष, कोऑर्डिनेटर और अन्य प्रमुख हस्तियां शामिल हैं।

कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति और शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूत सोमनाथ घोष ने अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कृष्णमूर्ति ने कांग्रेस समेत विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के उल्लेखनीय योगदान के बारे में बताया।

हाल के जनगणना के आंकड़ों का हवाला देते हुए सांसद कृष्णमूर्ति ने संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे तेजी से बढ़ते, बेहतर ढंग से शिक्षित और सबसे समृद्ध के रूप में समुदाय की स्थिति पर जोर दिया। कृष्णमूर्ति ने सेवा इंटरनेशनल को अपना समर्थन देने का भी वादा किया। इसकी सभी पहलों में भाग लेने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

महाराष्ट्र में गोवर्धन इको विलेज के निदेशक और प्रसिद्ध आध्यात्मिक और प्रेरक वक्ता गौरांग दास प्रभु ने कार्यक्रम के दौरान लेखक, लाइफ कोच और वैश्विक हस्तियों के सलाहकार जय शेट्टी के साथ बातचीत की। अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर अपने विचारों में गौरांग दास ने समाज को वापस देने में सक्रिय भागीदारी के लिए सेवा इंटरनेशनल की सराहना की।

गीता की शिक्षाओं का हवाला देते हुए उन्होंने इस बात पर रोशनी डाली कि दान अपेक्षाओं के बिना एक कर्तव्य है। समय, स्थान और परिस्थिति के अनुसार कर्तव्यों को निभाने के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने भगवान कृष्ण के सेवा (निस्वार्थ सेवा) के साथ सेवा स्वयंसेवकों के काम के बीच तुलना की। उन्होंने इस आधार पर निष्कर्ष निकाला कि सफलता दूसरों के लिए जीने में निहित है।

इस दौरान जय शेट्टी ने कहा कि किसी भी साधना में आत्मसात करने से कर्म में तीव्रता और व्यवहार में संवेदनशीलता आती है। उन्होंने इस सिद्धांत को मूर्त रूप देने के लिए संस्था की प्रशंसा की। प्रतिबद्धता में संगठन की तीव्रता को उजागर किया। साथ ही साथ जरूरतमंद लोगों की मदद करने और उन तक पहुंचने में इसकी संवेदनशीलता के बारे में बताया। शेट्टी ने मानव जीवन के केंद्र के रूप में निस्वार्थ सेवा को प्राथमिकता देने के लिए संस्था की सराहना की।

सेवा इंटरनेशनल ने संस्था के सलाहकार बोर्ड के सदस्य और विभिन्न धार्मिक मुद्दों के नेता श्री नारायण चांडक को भी सम्मानित किया। चंडाक और उनकी पत्नी आशा पिछले 55 साल से अमेरिका में रह रहे हैं और भारतीय-अमेरिकी समुदाय में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related