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प्रो. करमजीत चहल बने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के नए रजिस्ट्रार

प्रोफेसर चहल तीन दशकों से अधिक समय से यूनिवर्सिटी से जुड़े हुए हैं। हाल ही में रिटायर हुए वाइस-चांसलर और रजिस्ट्रार और यूनिवर्सिटी के टीचिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच कानूनी विवादों की वजह से यूनिवर्सिटी लंबे समय से विवादों में घिरी हुई थी।

प्रोफेसर करमजीत सिंह चहल / Courtesy Photo

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के आर्किटेक्चर विभाग में प्रोफेसर करमजीत सिंह चहल को यूनिवर्सिटी का नया रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। यह जिम्मेदारी उन्हें अतिरिक्त तौर पर सौंपी गई है। प्रोफेसर चहल एक अनुभवी शिक्षक, रिसर्चर और प्रशासक हैं। वह गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के साथ 30 साल से भी ज्यादा समय से जुड़े हुए हैं।

उम्मीद की जा रही है कि उनकी नियुक्ति से यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक ढांचे को और भी मजबूती मिलेगी। वे पहले भी यूनिवर्सिटी में डीन, विभाग के प्रमुख और यूनिवर्सिटी की इन्फ्रास्ट्रक्चर (भवन और सुविधाओं) से जुड़ी परियोजनाओं के इंचार्ज जैसे कई अहम पदों पर रह चुके हैं। उनका रिसर्च खासतौर से विरासत वाली इमारतों (हेरिटेज आर्किटेक्चर), टिकाऊ विकास और शहरों की प्लानिंग पर है।

गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के वाइस-चांसलर प्रोफेसर (डॉ.) करमजीत सिंह ने यह जिम्मेदारी सौंपते हुए भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर चहल के नेतृत्व की क्षमता और अनुभव से यूनिवर्सिटी की तरक्की पर अच्छा असर पड़ेगा।

वाइस-चांसलर के इस फैसले का यूनिवर्सिटी के मौजूदा शिक्षक, कर्मचारी और विदेशों में रह रहे पुराने शिक्षक और पूर्व छात्र सभी ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है। गौर करने वाली बात ये है कि हाल ही में रिटायर हुए वाइस-चांसलर और रजिस्ट्रार और यूनिवर्सिटी के टीचिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच कानूनी विवादों की वजह से यूनिवर्सिटी लंबे समय से विवादों में घिरी हुई थी। नए वाइस-चांसलर के पदभार संभालने और डेवलपमेंट प्लान्स को लागू करने के लिए नियुक्तियां करने के बाद बॉर्डर एरिया में स्थित इस यूनिवर्सिटी के लिए एक नई उम्मीद की किरण दिखाई दे रही है।

 

 

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