19 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रणेश / Courtesy: FIDE
भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रणेश एम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 25 नवंबर को आयोजित चेस डॉट कॉम के ‘टाइटल्ड ट्यूजडे’ ऑनलाइन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया। उन्होंने विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को टाईब्रेक में पीछे छोड़ते हुए यह खिताब अपने नाम किया। दोनों खिलाड़ियों ने 11 राउंड में 9.5 अंक हासिल किए लेकिन प्रणेश का टाईब्रेक स्कोर 77.5 रहा, जबकि कार्लसन 73.5 पर रहे।
सिर्फ 19 वर्षीय प्रणेश 28वें स्थान से सीडेड थे लेकिन उन्होंने इस टूर्नामेंट में दो बार मैग्नस कार्लसन को हराकर सबको चौंका दिया। ये जीत उन्हें ‘टाइटल्ड ट्यूजडे’ खिताब जीतने वाले पांचवें भारतीय खिलाड़ी के रूप में एक खास सूची में शामिल करती है। उनसे पहले निहाल सरीन, अर्जुन एरिगैसी, प्रणव वेंकतेश और रौनक साधवानी यह खिताब जीत चुके हैं।
पहली बार राउंड 5 में दोनों आमने-सामने आए। यह मुकाबला 86 चालों तक चला और अंत में कार्लसन ने सफेद मोहरों से खेलते हुए हार स्वीकार की। उस हार पर कार्लसन ने कहा कि मुझे यह खेल बिल्कुल नहीं हारना चाहिए था।
प्रणेश ने अमेरिका के हैंस नीमन के साथ ड्रॉ खेला और रूस के अलेक्जेंडर ग्रिशचुक को हराया। अंतिम चरण में उन्होंने बढ़त बनाए रखी, जबकि बाकी खिलाड़ी पीछे रह गए।
भारत के अर्जुन एरिगैसी भी अंतिम राउंड तक मजबूत स्थिति में थे लेकिन उन्हें कार्लसन के खिलाफ 117 चालों वाले मुकाबले में मात मिली। अर्जुन को अंत में 8.5 अंकों के साथ नौवां स्थान मिला।
इनाम राशि में प्रणेश को 1,000 डॉलर मिले, जबकि कार्लसन को 750 डॉलर दिए गए। तीसरे स्थान पर रहे डेनिस लाज़ाविक ने 350 डॉलर जीते। महिलाओं का पुरस्कार करिना अम्बार्ट्सुमोवा को मिला।
यह टूर्नामेंट 10 मिनट के तेज प्रारूप में खेला जाता है और इसमें अक्सर 1,000 से अधिक टाइटलड खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। यही वजह है कि यह युवा प्रतिभाओं के लिए अपनी क्षमता साबित करने का बड़ा मंच माना जाता है। इस जीत के साथ प्रणेश ने न सिर्फ खुद को साबित किया, बल्कि विश्व चैंपियन कार्लसन को दिखा दिया कि भारतीय शतरंज का भविष्य बेहद मजबूत है।
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