टैरिफ दरों में वृद्धि के बाद ट्रम्प सरकार कई आरोपों का सामना कर रही है। इसको लेकर एक अपील पर 17 सितंबर को सुनवाई की। अदालतने याचिका पर अगली सुनवाई 5 नवंबर को निर्धारित की गई है। अदालत इस तिथि को ट्रंप के व्यापक वैश्विक टैरिफ की वैधता पर मौखिक बहस करेगी।
यूएस राष्ट्रपति ट्रम्प के लिए यह दिन परीक्षा की घड़ी होगी, जब उन्हें टैरिफ वृद्धि के फैसले पर बचाव के लिए अपना पक्ष रखना होगा। इस मौखिक बहस के लिए इस सप्ताह अदालत ने एक अहस्ताक्षरित आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह नवंबर के पहले सप्ताह में इस मामले में मौखिक दलीलें सुनेगा।
बता दें कि वाशिंगटन की फेडरल सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स ने पिछले महीने मई में कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड के फैसले को बरकरार रखा था, जिसमें ट्रंप की ओर से शुरू ट्रेड वार में लगाए गए पारस्परिक टैरिफ को अवैध घोषित किया गया था। अपील्स कोर्ट ने अपने फैसले पर 14 अक्टूबर तक रोक लगा दी थी, और अब यह रोक तब तक जारी रहेगी, जब तक सुप्रीम कोर्ट अपील पर सुनवाई कर रहा है।
वाशिंगटन की फेडरल सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स ने पिछले महीने मई में कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड के फैसले को बरकरार रखा था, जिसमें ट्रंप की ओर से शुरू ट्रेड वार में लगाए गए पारस्परिक टैरिफ को अवैध घोषित किया गया था। अपील्स कोर्ट ने अपने फैसले पर 14 अक्टूबर तक रोक लगा दी थी, और अब यह रोक तब तक जारी रहेगी, जब तक सुप्रीम कोर्ट अपील पर सुनवाई कर रहा है।
बता दें कि कोर्ट का अगला कार्यकाल नौ महीने का होगा। 6 अक्टूबर से शुरू हो कार्यकाल में एक फेमिली टॉय कंपनी, लर्निंग रिसोर्सेज द्वारा ट्रंप के टैरिफ को दी गई चुनौती पर सुनवाई करने करने के लिए सहमत हुआ है।
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