राज्य सीनेटर गजाला हाशमी ने 18 जून को लेफ्टिनेंट गवर्नर के लिए वर्जीनिया की डेमोक्रेटिक प्राइमरी में जीत की घोषणा की। इससे उन्हें पार्टी का नामांकन मिला है। हाशमी ने मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद X पर लिखा- लेफ्टिनेंट गवर्नर के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर मुझे गर्व है।
I’m honored to be our Democratic nominee for Lieutenant Governor. pic.twitter.com/Ly3BkSSBAv
— Senator Hashmi (@SenatorHashmi) June 18, 2025
यह घोषणा प्राइमरी की तनावपूर्ण रात के बाद की गई जिसमें हाशमी ने रिचमंड के पूर्व मेयर लेवर स्टोनी और साथी राज्य सीनेटर आरोन राउज को कांटे की टक्कर दी। एक औपचारिक बयान में उन्होंने कहा कि आज रात, वर्जीनिया के लोगों ने इतिहास रच दिया। हमने सिर्फ प्राइमरी नहीं जीती, हमने एक स्पष्ट संदेश दिया कि हम वॉशिंगटन में अराजकता से डरे नहीं, टूटेंगे या पीछे नहीं हटेंगे।
वर्ष 2019 में पहली बार वर्जीनिया सीनेट के लिए चुनी गईं हाशमी ने गवर्नर पद की उम्मीदवार अबीगैल स्पैनबर्गर और अटॉर्नी जनरल उम्मीदवार जे जोन्स सहित व्यापक डेमोक्रेटिक टिकट के साथ अपने जुड़ाव पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं इस राष्ट्रमंडल के भविष्य के लिए लड़ने के लिए अबीगैल स्पैनबर्गर, जे जोन्स और हमारे डेमोक्रेटिक टिकट के साथ खड़े होने पर सम्मानित महसूस कर रही हूं।
हाशमी ने अपने अभियान को कामकाजी वर्जीनियावासियों की जरूरतों पर आधारित बताया। उन्होंने कहा कि यह अभियान लोगों के बारे में है। कामकाजी माता-पिता बच्चों की देखबाल के खर्च को लेकर चिंतित हैं, परिवार रहने के लिए किफायती जगह खोजने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और वर्जीनियावासी सोच रहे हैं कि उनके लिए कौन लड़ रहा है।
हाशमी ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और प्रजनन अधिकारों से जुड़े अपने क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मैंने अपना जीवन पूरी तरह से वित्तपोषित सार्वजनिक स्कूलों के लिए प्रयास करने, प्रजनन अधिकारों की रक्षा करने, मेडिकेड की रक्षा के लिए लड़ने और प्रगति को अवरुद्ध करने की कोशिश करने वालों से निपटने में बिताया है। मैं वर्जीनिया को चरमपंथ से बचाने के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ी रहूंगी और कुछ बेहतर बनाने के लिए अभियान का नेतृत्व करूंगी।
उन्होंने समर्थकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपका समर्पण और जुनून इस अभियान के पीछे प्रेरक शक्ति रहा है और मैं आपके साथ लड़ने और इस नवंबर में जीतने के लिए तैयार हूं।
हाशमी ने 2019 में वर्जीनिया सीनेट के लिए चुनी गई पहली मुस्लिम और पहली दक्षिण एशियाई अमेरिकी के रूप में इतिहास रचा था। हाशमी का जन्म भारत में हुआ और वे महज चार साल की उम्र में संयुक्त राज्य अमेरिका आ गई थीं।
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