ADVERTISEMENT

ADVERTISEMENT

पद्मा लक्ष्मी की नई किताब ने बदली ‘अमेरिकन फूड’ की परिभाषा!

एम्मी-नामांकित लेखक और 'Taste the Nation' की होस्ट पद्मा लक्ष्मी ने अपनी हुलु सीरीज की सात साल की यात्राओं से 100 से अधिक व्यंजन इस किताब में शामिल किए हैं।

लेखिका पद्मा लक्ष्मी; उनकी नवीनतम कुकबुक, 'Padma’s All American' / Courtesy: Penguin Random House

भारतीय-अमेरिकी फूड लेखक और टीवी होस्ट पद्मा लक्ष्मी की नई कुकबुक अमेरिकी खाने के एक ही रूप के विचार को चुनौती देती है। 4 नवंबर को प्रकाशित 'Padma’s All American: Tales, Travels, and Recipes from Taste the Nation and Beyond' दिखाती है कि अमेरिका में जो लोग खाना खाते हैं, उसमें आप्रवासी और देशी परंपराओं का गहरा प्रभाव है।

पेंगुइन रैंडम हाउस के इम्प्रिंट Knopf द्वारा प्रकाशित यह 352-पेज की किताब में जोलॉफ राइस, प्लम चाट, साग और ग्रिट्स, और अमेजनियन टामालेस जैसी डिशेज का जिक्र हैं। हर व्यंजन के पीछे प्रवास, अनुकूलन और पहचान की कहानियां हैं।

एम्मी-नामांकित लेखक और 'Taste the Nation' की होस्ट पद्मा लक्ष्मी ने अपनी हुलु सीरीज की सात साल की यात्राओं से 100 से अधिक व्यंजन इस किताब में शामिल किए हैं। किताब में लक्ष्मी बताती हैं कि हर व्यंजन के पीछे लोगों की कहानियां होती हैं। युद्ध विवाहों वाली महिलाएं, शरणार्थी और छात्र जिन्होंने अपने पुराने व्यंजन और सामग्री को नई जगह के हिसाब से ढाला। ये कहानियां दिखाती हैं कि व्यक्तिगत पहचान, जीविका और रचनात्मकता अमेरिकी रसोई में कैसे झलकती है।

किताब को शेफ और लेखकों से भी तारीफ मिली है। शेफ योताम ओत्तोलेंघी कहते हैं कि पद्मा अमेरिकी खाने की सीमाओं से परे जाकर उन अप्रवासी कहानियों को बताती हैं जो अमेरिका की मेज को खास बनाती हैं। लेखक ऐनी लामोट कहती हैं कि यह किताब पढ़कर ऐसा लगता है जैसे वह धीरे और ध्यान से मेरे बगल में खाना बना रही हों।

Padma’s All American सिर्फ व्यंजनों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह बताती है कि भोजन आधुनिक अमेरिका की कहानी कैसे बयां करता है। यह दिखाता है कि अमेरिका का खाना किसी एक संस्कृति से नहीं बनता, बल्कि उन सभी लोगों के मिश्रण से बनता है जिन्होंने नए जीवन के लिए अमेरिका में कदम रखा और अपने स्वाद वहां लाए।

Comments

Related

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video