टेस्ला के मालिक एलन मस्क द्वारा स्विंग स्टेट्स के मतदाताओं को हर रोज एक मिलियन डॉलर देने का अभियान सवालों में घिर गया है। मस्क ने अपने फ्री स्पीच और गन राइट्स पिटीशन पर दस्तखत करने वालों में से किसी एक व्यक्ति को हर रोज 10 लाख डॉलर देने का वादा किया है।
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प का सपोर्ट कर रहे अरबपति उद्योगपति का यह अभियान चुनावी कानून के ग्रे एरिया में आता है। हालांकि इस बात को लेकर कानूनी विशेषज्ञों में एक राय नहीं है कि वोटिंग के लिए लोगों का रजिस्ट्रेशन कराने के इस अभियान को लेकर उन पर पाबंदियां लगाई जा सकती हैं या नहीं।
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने रैंडम रूप से चुने गए ऐसे किसी एक व्यक्ति को रोजाना एक मिलियन डॉलर देने का वादा किया हैं, जो अमेरिकी संविधान के पहले व दूसरे संशोधन का समर्थन करने के लिए उनकी ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर करेगा। ये संशोधन अभिव्यक्ति की आजादी और बंदूक गन ओनरशिप अधिकारों की रक्षा करते हैं। ये योजना सिर्फ राष्ट्रपति चुनाव के लिहाज से अहम सात स्विंग स्टेट्स के पंजीकृत मतदाताओं के लिए है।
योजना की शर्तों में कहा गया है कि इसका लाभ सिर्फ एरिजोना, जॉर्जिया, मिशिगन, नेवादा, उत्तरी कैरोलिना, पेंसिल्वेनिया या विस्कॉन्सिन में पंजीकृत मतदाताओं को ही मिलेगा। पेंसिल्वेनिया में डेमोक्रेटिक पार्टी के गवर्नर जोश शापिरो ने मस्क की योजना पर गहरी चिंता जताई थी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से जांच की मांग की है।
मस्क के इस कदम को अपने नेता ट्रम्प और उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस के बीच कड़े मुकाबले वाले चुनाव को प्रभावित करने के प्रयास के रूप देखा जा रहा है। वामपंथी झुकाव वाले ब्रेनन सेंटर फॉर जस्टिस के डैनियल वेनर ने कहा कि निश्चित रूप से इस पर बहस होनी चाहिए कि किसी व्यक्ति को वोट देने या वोट देने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने का यह अभियान संघीय प्रतिबंध के दायरे में आता है या नहीं। यह चुनाव कानूनों का दायरा बढ़ाने का एक तरीका हो सकता है।
रॉयटर्स ने इस मामले पर चार कानूनी विशेषज्ञों से बात की, लेकिन उनमें इस बात को लेकर एकराय नहीं थी कि किसी व्यक्ति को वोट देने के लिए पंजीकरण कराने पर रकम देने की पेशकश संघीय कानूनों के तहत अपराध है या नहीं।
कैपिटल यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल के प्रोफेसर और संघीय चुनाव आयोग के पूर्व अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ का कहना था कि किसी पिटीशन पर दस्तखत करने को मतदान के लिए पंजीकरण नहीं माना जा सकता। ऐसे में मस्क को इस मामले में क्लीन चिट मिल सकती है।
लॉस एंजिल्स में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में कानून के प्रोफेसर रिचर्ड हसन कहते हैं कि मस्क ने लोगों को सीधे पंजीकरण के लिए प्रेरित नहीं किया है। मुझे लगता है कि याचिका पर हस्ताक्षर करना कानून के लिहाज से अप्रासंगिक है। अमेरिकी न्याय विभाग के चुनाव अपराध मैनुअल में संभावित लॉटरी को अवैध भुगतान माना गया है।
नॉनपार्टिसन कैंपेन लीगल सेंटर के अदव नोटी ने सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि इस शर्त पर पैसे देना अवैध है कि लोगों को वोट देने के लिए पंजीकृत होना चाहिए। ब्रेनन सेंटर के वेनर ने कहा कि प्रमोशन कानूनी रूप से सही नहीं है लेकिन यह एक ग्रे एरिया में आता है।
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