राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कार्यक्रम में सुधार को लेकर कांग्रेस में वर्षों से चल रहे गतिरोध के बाद H-1B वीजा चाहने वाली कंपनियों पर 1,00,000 डॉलर का शुल्क लगा दिया है। इससे राष्ट्रपति के अधिकारों को लेकर विवाद छिड़ गया है और व्यापार एवं कानूनी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी।
उच्च-कुशल श्रमिकों को आकर्षित करने के लिए बनाया गया H-1B वीजा लंबे समय से सांसदों के बीच मतभेद का कारण रहा है। एक दशक से भी ज्यादा समय से सीनेटर चार्ल्स ग्रासली (रिपब्लिकन-आयोवा) और रिचर्ड डर्बिन (डेमोक्रेट-इलिनोइस) वेतन बढ़ाने और निगरानी कड़ी करने के लिए विधेयक पर जोर दे रहे थे, लेकिन उनका विधेयक कभी आगे नहीं बढ़ पाया। ट्रम्प ने कहा कि इस कार्यक्रम का 'जानबूझकर शोषण अमेरिकी श्रमिकों की जगह कम वेतन वाले, कम कुशल श्रमिकों को लाने के लिए किया गया है।
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