अल्फाबेट इंक के भारतीय-अमेरिकी सीईओ सुंदर पिचाई अब क्रिकेट में कमाल दिखाने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों के हवाले से आई खबरों के मुताबिक, पिचाई सिलिकॉन वैली के प्रमुख अधिकारियों के एक ग्रुप में शामिल हो गए हैं, जो लंदन में क्रिकेट टीम की नीलामी में बोली लगा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इस ग्रुप की अगुआई पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के सीईओ निकेश अरोड़ा और इंडियन मीडिया टाइकून टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट सत्यन गजवानी कर रहे हैं। ग्रुप में माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला, एडोब के सीईओ शांतनु नारायण और सिल्वर लेक मैनेजमेंट एलएलसी के सह-सीईओ इगॉन डरबन भी हैं।
खबरों के मुताबिक, इस कंसोर्टियम ने कथित तौर पर ओवल इनविंसिबल्स या लंदन स्पिरिट टीम के लिए 97 मिलियन डॉलर (लगभग 80 मिलियन पाउंड) की बोली लगाई है। ये दोनों ही टीमें इंग्लैंड और वेल्स में होने वाले शॉर्ट फॉर्म क्रिकेट टूर्नामेंट द हंड्रेड में हिस्सा लेंगी। इस टूर्नामेंट का मकसद युवा दर्शकों और परिवारों को क्रिकेट की तरफ आकर्षित करना है।
सुंदर पिचाई का खेल से पुराना नाता रहा है। इंग्लैंड को क्रिकेट का जन्मदाता माना जाता है। हालांकि समय के साथ इंग्लैंड से ज्यादा क्रिकेट भारत में लोकप्रिय हो गया है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने पूरे खेल जगत का ध्यान खींचा है। इसकी प्रमुख वजह महंगी नीलामी, बड़े पैमाने पर स्पॉन्सरशिप और टीवी दर्शकों की विशाल संख्या है।
भारतीय मूल के टेक लीडर्स ने अमेरिका में क्रिकेट की पहुंच बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सत्य नडेला और शांतनु नारायण ने मेजर लीग क्रिकेट में निवेश किया है जो अमेरिका में खेल की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने घरेलू क्रिकेट को मजबूत करने के लिए द हंड्रेड टूर्नामेंट की योजना बनाई है। इसमें आठ टीमें खेलेंगी। इनके लिए प्राइवेट सेक्टर से निवेश जुटाया जा रहा है। नीलामी के जरिए 308 मिलियन डॉलर (करीब 300 मिलियन पाउंड) से अधिक जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। नीलामी इन्वेस्टमेंट बैंक राइन ग्रुप की देखरेख में हो रही है।
ईसीबी ने फ्रेंचाइजियों को अंतिम नीलामी दौर के लिए दो पसंदीदा बोलीदाताओं को शॉर्टलिस्ट करने के लिए कहा है। लंदन स्पिरिट, जो प्रतिष्ठित लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेलता है – जिसे व्यापक रूप से 'क्रिकेट का घर' कहा जाता है – ने अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण महत्वपूर्ण रुचि आकर्षित की है।
2021 में लॉन्च द हंड्रेड टूर्नामेंट क्रिकेट का एक अनूठा फॉर्मेट है जिसमें हर टीम 100 गेंदों का सामना करती है। खेल को आसान बनाने और नए दर्शकों को आकर्षित करने के लिए इसमें कई नए प्रयोग भी किए गए हैं। स्थापना के बाद से इस टूर्नामेंट का इंग्लैंड और वेल्स में आठ जगहों पर 20 लाख से अधिक दर्शक लुत्फ ले चुके हैं।
ईसीबी के पास फिलहाल हर टीम में 49 प्रतिशत की हिस्सेदारी है लेकिन उसने नीलामी के जरिए पूर्ण अधिग्रहण का विकल्प भी रखा है। ईसीबी की वेबसाइट के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं के द हंड्रेड टूर्नामेंट से सालाना लगभग 61 मिलियन डॉलर (60 मिलियन पाउंड) का रेवेन्यू मिलने की उम्मीद है। ये कमाई प्रसारण अधिकारों, टिकटों की बिक्री और प्रायोजन के जरिए होगी।
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