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अमेरिका से निर्वासित होने वाले प्रवासियों को स्वीकार करेगा मेक्सिको, राष्ट्रपति ने दिया भरोसा

मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा कि हमारे इस फैसले का उद्देश्य ट्रम्प प्रशासन को यह जताना है कि बड़े पैमाने पर निर्वासन अनावश्यक है।

राष्ट्रपति शिनबाम ने कहा है कि प्रवासियों को अपराधी की तरह नहीं देखा जाना जाना चाहिए। / REUTERS/Raquel Cunha/File

मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा है कि अगर अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अवैध रूप से अपने देश में रह रहे प्रवासियों का बड़े पैमाने पर निर्वासन शुरू करते हैं तो मेक्सिको उन निर्वासित प्रवासियों को अपने यहां आने की इजाजत दे सकता है।

शिनबाम ने कहा कि हमारे इस फैसले का उद्देश्य ट्रम्प प्रशासन को यह जताना है कि बड़े पैमाने पर निर्वासन अनावश्यक है। अमेरिका में रहने वाले मेक्सिको के निवासी भी टैक्स समेत अहम योगदान देते हैं। 

शिनबाम ने कहा कि हम निर्वासित किए जाने वाले मेक्सिको के लोगों को अपने यहां स्वीकार करेंगे। इसे लेकर हमारे पास एक योजना है। लेकिन इससे पहले हम यह दिखाना चाहेंगे कि अमेरिका को हमारे लोगों को निर्वासित करने की जरूरत नहीं है। वे अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हैं।

ट्रम्प ने कसम खाई है कि 20 जनवरी को पद ग्रहण करते ही वह बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों का निर्वासन शुरू करेंगे। इसके लिए उन्होंने अमेरिकी सेना की तैनाती से लेकर विदेशी राजनयिकों को बुलाने की बात भी कही है। निर्वाचित उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने संकेतों में कहा है कि हर साल दस लाख से अधिक लोगों को निर्वासित किया जा सकता है।

पिछले महीने पद संभालने वाली शिनबाम ने कहा है कि प्रवासियों को अपराधी की तरह नहीं देखा जाना जाना चाहिए। अवैध प्रवासन के मुद्दे से निपटने के दौरान मानवीय अधिकारों का भी ख्याल रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस हफ्ते ट्रम्प को दिखाएंगी कि मानवतावादी नजरिया अपनाकर भी किस तरह इमिग्रेशन की मूल समस्या से निपटा जा सकता है।

दरअसल मेक्सिको सरकार की कैबिनेट बैठक आगामी गुरुवार को होने वाली है, जिसमें अमेरिका में ट्रम्प सरकार आने के बाद देश के सामने आने वाली प्रवासन, व्यापार और सुरक्षा जैसी समस्याओं पर चर्चा की जाएगी। 

शिनबाम का बयान ऐसे समय आया है, जब दक्षिणी मेक्सिको से प्रवासियों के दो बड़े कारवां अमेरिकी सीमा की तरफ बढ़ रहे हैं। इनसे एक कारवां बुधवार को रवाना हुआ था।

दूसरा कारवां दो सप्ताह पहले दक्षिणी शहर तापाचुला से शुरू हुआ था। मेक्सिको के नेशनल गार्ड प्रवासियों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि कारवां में शामिल प्रवासियों की संख्या अब 3,000 से काफी कम रह गई है। 

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