ऐसा पहली बार है जब तीन प्रमुख भारतीय मूल के अमेरिकी यहां के फार्मेसी संगठनों में एक साथ सर्वोच्च पद संभाल रहे हैं। एक और अहम बात ये है कि इनमें से दो महिलाएं हैं। मुंबई में पढ़ी लिखी आनंदी लॉ (BPharm, MS, PhD, FAPhA) अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ कॉलेज ऑफ फार्मेसी (AACP) की निर्वाचित अध्यक्ष हैं। वहीं, निशामिनी (निश) कासबेकर (PharmD, BSPharm, FASHP) अमेरिकन सोसाइटी ऑफ हेल्थ-सिस्टम फार्मासिस्ट (ASHP) की अध्यक्ष के रूप में काम कर रही हैं। इनके अलावा एलेक्स सी वर्की (PharmD, MS, FAPhA) अमेरिकन फार्मासिस्ट एसोसिएशन (APhA) के अध्यक्ष हैं।
आनंदी कैलिफोर्निया के पोमोना में वेस्टर्न यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में फार्मेसी प्रैक्टिस और एडमिनिस्ट्रेशन विभाग में प्रोफेसर हैं। वह कॉलेज ऑफ फार्मेसी में एसोसिएट डीन भी हैं। आनंदी जुलाई 1999 से वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के साथ हैं।
आनंदी ने भारत के मुंबई यूनिवर्सिटी से फार्मेसी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की है। इसके बाद उन्होंने ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस और फार्मास्युटिकल एडमिनिस्ट्रेशन में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने पहले AACP के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में तीन साल का कार्यकाल काउंसिल ऑफ फैकल्टी की चेयर के रूप में पूरा किया था। उनका अध्यक्ष के रूप में कार्यकाल जुलाई 2024 में शुरू होगा।
निशामिनी कासबेकर फिलाडेल्फिया में यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया हेल्थ सिस्टम में वाइस प्रेसिडेंट और चीफ फार्मेसी ऑफिसर हैं। उन्होंने फिलाडेल्फिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड साइंस से फार्मेसी में बैचलर ऑफ साइंस और PharmD की डिग्री हासिल की और यूनिवर्सिटी ऑफ पेनसिल्वेनिया के अस्पताल में फार्मेसी प्रैक्टिस और संक्रामक रोगों में रेजीडेंसी पूरी की।
ASHP की अध्यक्ष के रूप में सेवा करने वाली पहली भारतीय अमेरिकी के रूप में कासबेकर को 2022 में राष्ट्रीय और राज्य फार्मेसी संगठनों को समर्पित सेवा के दशकों के बाद चुना गया था। वह ASHP की फेलो है। पेनसिल्वेनिया सोसाइटी ऑफ हेल्थ-सिस्टम फार्मासिस्ट और डेलावेयर वैली सोसाइटी ऑफ हेल्थ-सिस्टम फार्मासिस्ट दोनों की पूर्व अध्यक्ष हैं।
वर्की का कहना है कि उन्होंने अपने करियर को मरीजों की देखभाल में फार्मासिस्ट की भूमिका को बढ़ाने के लिए समर्पित किया है। APhA ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि पेशेवर सेवा के लिए वर्की की प्रतिबद्धता उनके छात्र जीवन के दिनों में ही शुरू हो गई थी। तब वे अमेरिकन फार्मासिस्ट एसोसिएशन एकेडमी ऑफ स्टूडेंट फार्मासिस्ट (APhA-ASP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।
पिछले दो दशकों से वर्की लगातार विभिन्न फार्मेसी संगठनों में योगदान देते रहे हैं। वर्तमान में APhA के 169वें अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि वे APhA के 172 वर्षों के इतिहास में अध्यक्ष पद पर आसीन होने वाले वे पहले भारतीय-अमेरिकी हैं।
वर्की ने कहा कि APhA के अध्यक्ष के रूप में सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं पूरी तरह से जानता हूं कि मैं केवल अपने पेशे के साथियों का ही प्रतिनिधित्व नहीं करता हूँ, बल्कि मैं अपने परिवार और विरासत का भी प्रतिनिधित्व करता हूं। उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता इस देश में अपने बच्चों को ऐसे अवसर देने के लिए आए थे जो उन्हें नहीं मिली थी। इस वजह से उनकी उम्मीदें बहुत ऊंची थीं। वे अब शारीरिक रूप से हमारे साथ नहीं हैं। लेकिन मुझे पता है कि APhA और हमारे पूरे पेशे के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को देखकर वे कितने गर्वित होते।
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