भारत में हिमालय की वादियों में छिपा है एक छोटा सा राज्य उत्तराखंड। इस धरती को देवभूमि के नाम भी जाना जाता है। केदारनाथ और बदरीनाथ समेत कई विश्व प्रसिद्ध मंदिरों के लिए पहचान उत्तराखंड हमेशा प्रवासियों को अपनी ओर लुभाता रहा है। यही वजह है कि यहां की सरकार समय-समय पर प्रवासियों के लिए नई योजनाएं लेकर आती हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक योजना के बारे में बता रहे हैं- एडॉप्ट ए विलेज प्रोग्राम।
उत्तराखंड सरकार ने विदेशों और अन्य राज्यों में बसे प्रवासियों को अपनी जड़ों से जोड़ने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। इसके तहत प्रवासी राज्य के गांवों को गोद लेकर उनके विकास में सीधा योगदान दे सकेंगे।
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योजना क्या है और कैसे होगा मुमकिन
इस पहल की शुरुआत 5 मार्च 2024 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की थी। उन्होंने प्रवासी उत्तराखंडियों से संवाद में उन्हें गांव गोद लेने का आह्वान किया। इसके बाद राज्य सरकार ने इसे संस्थागत रूप देने के लिए प्रवासी उत्तराखंडी सेल (Pravasi Uttarakhandi Cell) का गठन किया।
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