अमृतसर स्थित श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने 'विश्वसनीय यात्री कार्यक्रम' (FTI-TTP) के अंतर्गत 'फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन' की शुरुआत की है। हवाई अड्डे ने आठ स्वचालित ई-गेट शुरू किए हैं। इनमें से चार आगमन और चार प्रस्थान के लिए हैं। इससे यात्री बायोमेट्रिक सत्यापन के माध्यम से कुछ ही सेकंड में इमिग्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
भारतीय पासपोर्ट धारकों और OCI कार्ड धारकों के लिए निःशुल्क उपलब्ध यह सुविधा यात्रियों को ऑनलाइन पंजीकरण करने की सुविधा प्रदान करती है। एक बार पंजीकरण हो जाने और हवाई अड्डे या FRRO (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय) में बायोमेट्रिक्स जमा हो जाने के बाद यात्री पांच साल तक या अपने पासपोर्ट की समाप्ति तक ई-गेट का उपयोग कर सकते हैं।
अपने पासपोर्ट और बोर्डिंग पास को स्कैन करके और उसके बाद बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करके यात्री पारंपरिक काउंटरों और अनावश्यक पूछताछ से बच सकते हैं, जिससे अक्सर प्रक्रिया में घंटों की बचत होती है।
इस शुरुआत का स्वागत करते हुए फ्लाईअमृतसर पहल के संयोजक (भारत) योगेश कामरा ने कहा कि यह अमृतसर के लिए एक ऐतिहासिक सुविधा है। यह अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए इमिग्रेशन प्रक्रिया को बहुत तेज, सुगम और तनाव मुक्त बनाता है।
फ्लाईअमृतसर इनिशिएटिव एक जनहित वकालत अभियान है जो 2015 से श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, अमृतसर से बेहतर राष्ट्रीय और वैश्विक कनेक्टिविटी के लिए पंजाबी प्रवासियों के हित में काम कर रहा है।
प्रवासी समुदाय को होने वाले संभावित लाभों का वर्णन करते हुए, फ्लाईअमृतसर इनिशिएटिव के वैश्विक संयोजक समीप सिंह गुमटाला ने कहा कि OCI कार्ड धारकों सहित अनिवासी भारतीयों और अमेरिकी ग्रीन कार्ड या अन्य देशों के स्थायी निवास वाले भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए यह एक बड़ी राहत है।
उन्होंने कहा कि लंबी लाइनों में प्रतीक्षा करने या अनावश्यक पूछताछ के कारण देरी होने के बजाय यात्री अब अमृतसर में एक सहज और विश्वस्तरीय आव्रजन प्रक्रिया का आनंद ले सकते हैं।
फ्लाईअमृतसर इनिशिएटिव ने एक बयान में इस नई पहल को स्वागत योग्य कदम बताया। हालांकि, इसने बताया कि इनलाइन बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम और डिजी यात्रा सिस्टम जैसी अन्य यात्री सुविधाएं अभी उपलब्ध नहीं हैं।
इनलाइन बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम, एक एकीकृत स्वचालित बैगेज स्क्रीनिंग सिस्टम है जो अमृतसर हवाई अड्डे पर पहले ही स्थापित किया जा चुका है, लेकिन अभी तक इसका संचालन शुरू नहीं हुआ है।
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