अमेरिकी अधिकारियों द्वारा एक क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज चलाने में मदद करने के आरोप में अभियोग शुरू करने के बाद एक लिथुआनियाई नागरिक को भारत में गिरफ्तार किया गया है, जिसने कथित तौर पर अरबों रुपये की आपराधिक आय का शोधन किया था। न्याय विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (OFAC) ने क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज गारंटेक्स यूरोप ओयू का नाम बदलकर उसकी उत्तराधिकारी ग्रिनेक्स, उसके तीन अधिकारियों और रूस व किर्गिस्तान की छह संबद्ध कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
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