कैलिफ़ोर्निया में कम्युनिटी लीडर अजय भुटोरिया से खास बातचीत में जैन संप्रदाय की समणी मधुर प्रज्ञाजी ने कहा कि जैन धर्म का ‘अनेकांत’ सिद्धांत परिवार, समाज और समुदाय में होने वाले झगड़े और मतभेद खत्म करने में बहुत मदद कर सकता है। उन्होंने बताया कि समणी आदेश में अपने 45 साल के अनुभव से उन्होंने सीखा है कि यह सिद्धांत लोगों में आपसी समझ और समझौते की भावना बढ़ाता है।
मधुर प्रज्ञाजी ने कहा, 'जैन सिद्धांत बहुत आसान हैं और अगर हम उन्हें अपनाएं तो जीवन भी आसान हो जाता है। ज़्यादातर समस्याएं इसलिए होती हैं क्योंकि हम सिर्फ अपनी सोच पर अटक जाते हैं और दूसरे का नजरिया नहीं देखते।'
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उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी सोच के साथ-साथ दूसरे की सोच को भी महत्व दें, तो विचारों में मेल बैठ सकता है और समस्या का हल निकल सकता है।
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