ब्रिटेन की संसद में सोमवार को पेश किए गए नए इमिग्रेशन कानून के तहत अब प्रवासियों को देश में प्रवेश या वीज़ा प्राप्त करने से पहले कठिन अंग्रेजी भाषा परीक्षा पास करनी होगी। सरकार का कहना है कि यह कदम देश के असफल आव्रजन तंत्र को बदलकर उसे नियंत्रित, चयनित और निष्पक्ष बनाने की दिशा में उठाया गया है।
नए नियमों के तहत, कुछ कानूनी मार्गों से आने वाले प्रवासियों को बोलने, सुनने, पढ़ने और लिखने में A-लेवल के बराबर दक्षता दिखानी होगी। यह Secure English Language Test केवल होम ऑफिस द्वारा अनुमोदित संस्थानों में ही होगा, और इसके नतीजे वीज़ा प्रक्रिया में सत्यापित किए जाएंगे।
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ब्रिटेन की गृह मंत्री शबाना महमूद ने कहा, यह देश हमेशा उन लोगों का स्वागत करता है जो यहां आकर योगदान देते हैं, लेकिन यह अस्वीकार्य है कि प्रवासी यहां आएं और हमारी भाषा न सीखें। अगर आप इस देश में आना चाहते हैं, तो आपको हमारी भाषा सीखनी होगी और समाज में अपनी भूमिका निभानी होगी।
छात्रों और कामगारों पर भी असर
नए कानून में प्रवासियों के साथ-साथ विदेशी छात्रों और नियोक्ताओं के लिए भी बदलाव किए गए हैं। ग्रेजुएशन के बाद नौकरी खोजने की अवधि दो साल से घटाकर 18 महीने कर दी गई है। इमिग्रेशन स्किल्स चार्ज (ISC), जिसे नियोक्ता विदेशी कुशल कर्मचारियों को रखने पर देते हैं, 32% बढ़ाया गया है। यह 2017 के बाद पहली बढ़ोतरी है, और इससे ब्रिटिश वर्कफोर्स में निवेश बढ़ाने का लक्ष्य है। विदेशी छात्रों के लिए वित्तीय आवश्यकताएं भी 2025-26 से सख्त की जाएंगी, ताकि वे अपने खर्चों को साबित कर सकें।
उच्च कौशल वाले प्रवासियों के लिए नए अवसर
सरकार के “इमिग्रेशन व्हाइट पेपर” में कई बदलाव शामिल हैं, जिसमें High Potential Individual (HPI) मार्ग को दुनिया की टॉप 100 यूनिवर्सिटीज़ के स्नातकों तक बढ़ाया गया है। अब हर साल 8,000 आवेदन तक स्वीकृत होंगे (पहले 2,000)। यूके में पढ़ रहे प्रतिभाशाली उद्यमियों को अब पढ़ाई के बाद सीधे Innovator Founder route में ट्रांज़िशन करने की अनुमति होगी। Global Talent route में और अधिक प्रतिष्ठित पुरस्कारों को शामिल किया गया है ताकि शोधकर्ताओं, डिजाइनरों और फिल्म-टीवी क्रिएटिव्स को आकर्षित किया जा सके। सरकार का लक्ष्य है कि यूके में आने वाले उच्च कौशल वाले पेशेवरों की संख्या दोगुनी की जाए ताकि देश की प्रतिस्पर्धात्मकता बनी रहे।
बोत्सवाना के सभी नागरिकों के लिए यूके यात्रा से पहले वीज़ा अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार के अनुसार, 2022 से बड़ी संख्या में बोत्सवाना नागरिक पर्यटक वीज़ा पर आकर शरण मांग रहे थे, जो व्यवस्था का दुरुपयोग है। ब्रिटेन सरकार ने कहा कि यह कदम उसके Plan for Change का हिस्सा है, जिसके तहत शरण नीति और सीमा सुरक्षा पर और कदम इस शरद ऋतु में घोषित किए जाएंगे।
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