एक दशक से अधिक समय पहले हुई ओक क्रीक गुरुद्वारा फायरिंग की घटना एक घरेलू आतंकवाद था। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक इसमें शामिल हमलावर का नस्लवादी और प्रवासी-विरोधी विचारों से ग्रस्त थे। गुरुद्वारे में फायरिंग के लिए 9 मिमी की हैंडगन का इस्तेमाल किया गया था।
ओक क्रीक गुरुद्वारा फायरिंग की घटना ने पूरे प्रवासी समुदाय को झकझोर कर रख दिया। घटना का सबसे अधिक असर सिख समुदाय दिखा। हलांकि अमेरिका में इसकी व्यापक निंदा भी गई। हमलों के बाद, भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से टेलीफोन पर बात की। ओबामा ने इस घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की थी।
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