भारत की सबसे बड़ी निजी स्वामित्व वाली तेल और गैस कंपनी केयर्न इंडिया ने कहा कि वह आने वाले वर्षों में अपने उत्पादन को पांच गुना बढ़ाने के लिए 5 अरब डॉलर की योजना के तहत अमेरिकी सेवा और इंजीनियरिंग कंपनियों में निवेश कर सकती है। कंपनी के चेयरमैन ने मंगलवार को यह बात कही।
अरबपति अनिल अग्रवाल ने रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मैं 500,000 बैरल प्रतिदिन उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अपनी परियोजना के विकास पर 5 अरब डॉलर खर्च करना चाहता हूं।
वेदांता लिमिटेड का हिस्सा केयर्न आज 100,000 बैरल प्रतिदिन उत्पादन करती है। इसकी योजना अगले साल कई गहरे पानी के अन्वेषण कुओं को खोदने की है।
अग्रवाल ने ह्यूस्टन में आयोजित CERAWeek सम्मेलन में भाग लेने के दौरान कहा कि केयर्न 7 या 8 तकनीकी साझेदारों के साथ काम करना चाहती है तथा अपतटीय परियोजना के अन्वेषण और विकास के लिए 5 या 6 ड्रिलिंग रिग खरीदना चाहती है।
उन्होंने कहा कि हम 500 से 600 नए कुएं विकसित करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि हमारे क्षेत्र में कम से कम 20 रिग काम करें। मैं इंजीनियरिंग कंपनी, रिग कंपनी में निवेश कर सकता हूं क्योंकि इससे मुझे भारत में बेहतर खोज करने में मदद मिलेगी। मैं चाहूंगा कि अमेरिकी कंपनियां हाथ मिलाएं और इस परियोजना को आगे बढ़ाएं।
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