प्रिंसटन विश्वविद्यालय ने 31 अगस्त, 2025 को उमा फॉक्स को 1939 का प्रिंसटन स्कॉलर पुरस्कार प्रदान किया। प्रिंसटन में स्नातक की छात्रा फॉक्स इतिहास में स्नातक हैं और दक्षिण एशियाई अध्ययन और पत्रकारिता में भी गौण अध्ययन कर रही हैं।
प्रिंसटन स्कॉलर पुरस्कार प्रत्येक वर्ष उस स्नातक को प्रदान किया जाता है जिसने अपने कनिष्ठ वर्ष के अंत में विश्वविद्यालय में अपने सभी पूर्ववर्ती कॉलेज कार्यों में सर्वोच्च शैक्षणिक स्थान प्राप्त किया हो।
फॉक्स वर्तमान में अपने वरिष्ठ शोध प्रबंध पर काम कर रही हैं, जो 1980 और 90 के दशक में कथित भारतीय आतंकवाद-रोधी अभियोगों और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार निहितार्थों पर केंद्रित है। उन्होंने हाल ही में भारत और यूनाइटेड किंगडम में शोध कार्य किए हैं।
वह कोलंबो, श्रीलंका में युद्धोत्तर जवाबदेही और मानवाधिकार मुद्दों और नई दिल्ली, भारत में संवैधानिक अधिकारों के मुकदमेबाजी का भी अध्ययन कर रही हैं।
उन्होंने अमेरिकी न्याय विभाग के मानवाधिकार एवं विशेष अभियोजन अनुभाग, अमेरिकी प्रतिनिधि जेमी रस्किन के कार्यालय और कोलंबिया के बोगोटा स्थित नेशनल फोरम फॉर कोलंबिया में इंटर्नशिप की है और प्रिंसटन अंतरराष्ट्रीय संबंध परिषद की सदस्य भी हैं।
2023 में इतिहास विभाग के लॉरेंस स्टोन और शेल्बी कुलोम डेविस पुरस्कार से सम्मानित, फॉक्स प्रिंसटन हिस्टोरिकल रिव्यू की सह-प्रधान संपादक हैं।
फॉक्स के साथ उनके सात अन्य साथियों को भी विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया। उमा फॉक्स के साथ ब्रेडन कैरोल, केटी डेनियल्सम, अलेक्जेंडर लूना, हारुका नबेशिमा, ज़ेचांग (चार्ली) यांग और आंद्रेई ड्रैगोमिर ने पुरस्कार जीते।
कॉलेज के डीन माइकल डी. गॉर्डिन ने पुरस्कारों पर प्रसन्नता व्यक्त की और प्रिंसटन विश्वविद्यालय को बताया कि इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करना वास्तव में एक सौभाग्य की बात है।
उन्होंने कहा कि प्रिंसटन के छात्र कई उपलब्धियों पर गर्व कर सकते हैं, लेकिन यह उचित ही है कि एक विश्वविद्यालय के रूप में हम आज के पुरस्कार विजेताओं का सम्मान करें, जो अपनी ही श्रेणी में हैं।
पुरस्कार पाने वाली उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए डीन ने प्रिंसटन विश्वविद्यालय को बताया कि उनके चुने हुए विषयों और पूरे पाठ्यक्रम में उनकी असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियां इक्कीसवीं सदी में उदार कलाओं की जीवंतता का प्रमाण हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मैं और मेरे सहयोगी उन्हें हार्दिक बधाई देते हैं और भविष्य में निरंतर सफलता की कामना करते हैं।
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