इलिनॉय स्थित चेस्टनट हैल्थ सिस्टम्स ने पुनीत लीखा को अपना तीसरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति 6 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगी। लीखा, डेविड ए शारर की जगह लेंगे जिन्होंने आठ वर्षों तक CEO के रूप में कार्य किया और संगठन के साथ तीन दशकों से अधिक समय से जुड़े रहे हैं।
डॉ. शारर अब भी चेस्टनट के साथ दो भूमिकाओं लाइटहाउस इंस्टीट्यूट में सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट के रूप में और बिजनेस डेवलपमेंट डायरेक्टर के रूप में जुड़े रहेंगे। लीखा ने 2015 में चेस्टनट से जुड़कर अपने करियर की शुरुआत की थी। उस वक्त उन्हें संगठन का पहला जनरल काउंसल नियुक्त किया गया था। बाद में 2018 में वे चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बने। इस भूमिका में उन्होंने संचालन को मजबूत करने, कर्मचारियों के कल्याण में सुधार लाने और रणनीतिक साझेदारियों का विस्तार करने की दिशा में कई अहम पहलें कीं।
उन्होंने एक बयान में कहा कि हेल्थकेयर और बिजनेस के संगम पर जीवन बदलने का एक शक्तिशाली अवसर मौजूद है। एक व्यापक गैर-लाभकारी संगठन और व्यवहारिक स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई के रूप में हमारा लक्ष्य है पहुंच बढ़ाना, दक्षता में सुधार लाना और ऐसी देखभाल प्रदान करना जो सस्ती होने के साथ-साथ गहराई से करुणामय हो।
उन्होंने आगे कहा कि उनका उद्देश्य है कि मानव सेवाओं को उत्कृष्टता, समानता और प्रभाव के साथ एक नए स्तर तक पहुंचाना है। चेस्टनट के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की चेयर लौरा हास ने लीखा की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि पुनीत एक ऐसे नेता हैं जिनमें दृष्टि, सहानुभूति और परिणाम देने की क्षमता है। वे करुणा, रणनीतिक स्पष्टता और प्रभाव पर आधारित प्रदर्शन मानसिकता लेकर आते हैं। हमें पूरा विश्वास है कि वे चेस्टनट को भविष्य की दिशा में आगे बढ़ाएंगे।
लीखा ने शिकागो-कैन्ट कॉलेज ऑफ लो से ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की है और वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी (St. Louis) से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक किया है जहां उन्होंने फाइनेंस और मार्केटिंग में विशेषज्ञता हासिल की। इसके अलावा उन्होंने हारवर्ड बिजनेस स्कूल के एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्राम को भी पूरा किया है। अपने कार्यकारी दायित्वों से परे लीखा इलिनॉय के स्वास्थ्य समुदाय में भी सक्रिय हैं।
आपको बता दें कि चेस्टनट हैल्थ सिस्टम्स इलिनॉय और मिसौरी में कार्यरत है और एकीकृत प्राथमिक एवं व्यवहारिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। संगठन में लगभग 800 कर्मचारी हैं और इसकी सालाना आय लगभग 80 मिलियन डॉलर है। यह अपने व्यवहारिक स्वास्थ्य अनुसंधान कार्यों के लिए लाइटहाउस इंस्टीट्यूट के माध्यम से भी प्रसिद्ध है।
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