अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार ने डेट्रायट में सामुदायिक केंद्र पर फिलिस्तीन समर्थक नारे लिखे जाने और अपनी तस्वीर को बिगाड़ने की घटना की कड़ी निंदा की है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ओपन डायलॉग की वकालत की है।
श्री थानेदार ने एक्स पर इस बर्बर हमले की तस्वीरें साझा कीं। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कम्युनिटी सेंटर पर बनी तस्वीर में श्री थानेदार के चेहरे पर लाल रंग से क्रॉस का चिह्न बनाया हुआ है। इतना ही नहीं, सेंटर की इमारत के चारों तरफ 'युद्धविराम', 'फ्री फिलिस्तीन' और 'नस्लवादी' शब्द लिखे गए हैं। श्री थानेदार के कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि घटना की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा दी गई है।
My community center this morning. pic.twitter.com/Di1P88hNQr
— Shri Thanedar (@ShriThanedar) May 6, 2024
श्री थानेदार ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस के एक सदस्य के रूप में मैं हर समय बातचीत और चर्चा के लिए तैयार हूं। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि कम्युनिटी सेंटर पर हुई यह बर्बरता इकलौती घटना नहीं है। इस तरह की हरकत से कुछ नहीं होगा। ऐसी घटनाएं सिर्फ डर फैलाती हैं और अलगाव बढ़ाती हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि मैं पहले भी इस तरह के विरोध का सामना कर चुका हूं। पिछले दिसंबर में हॉलिडे पार्टी में हिंसा की गई थी। एक अन्य घटना में सुबह के 3 बजे मेरे घर पर प्रदर्शन किया गया था। इन घटनाओं की वजह से कुछ लोगों को अस्पताल जाना पड़ा था। मेरे परिजन अपने बेडरूम में भी असुरक्षित महसूस करने लगे थे।
डेट्रॉयट की घटना का जिक्र करते हुए श्री थानेदार ने कहा कि ये हमला ऐसी जगह पर किया गया है, जो समुदाय के लोगों की एक साथ लाने के लिए तैयार की गई है। इस पर बर्बर हमले का मकसद इसे अलग थलग करना लगता है।
कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार ने आगे कहा कि मैंने इस बारे में उन सभी लोगों के साथ बैठकें की हैं, जिन्होंने मेरी वेबसाइट पर इसका अनुरोध किया था। मैंने टाउन हॉल किए, जूम मीटिंग कीं और इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने बात की ताकि उन लोगों की आवाज भी सुनी जा सके। श्री थानेदार ने कहा कि मैं हमेशा उत्पादक और सम्मानजनक संवाद के लिए तैयार हूं लेकिन इस तरह की बर्बरता बिल्कुल स्वीकार नहीं की जा सकती।
बता दें कि भारतीय मूल के सांसद श्री थानेदार ने हाल ही में अमेरिका में हिंदू समुदाय के खिलाफ नफरती अपराधों में बढ़ोतरी का मुद्दा उठाया था और ऐसी घटनाओं की जांच को लेकर निराशा जताई थी।
इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने हाल ही में देश में हिंदू समुदाय के गलत चित्रण और हिंदूफोबिया के खिलाफ कानून पेश किया था। इस कानून में जिक्र किया गया है कि देश में अहम योगदान देने के बावजूद, हिंदू समुदाय के पूजा स्थलों को निशाना बनाकर बदमाशी की जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल 16 अक्टूबर को एफबीआई की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया था कि हिंदू विरोधी नफरती अपराधों की 25 घटनाएं हुई थीं। साल 2022 में ऐसी घटनाओं की संख्या उससे पिछले साल की तुलना में दोगुनी से भी अधिक हो गई थीं।
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