Operation Sindoor: पाक अधिकृत कश्मीर के आतंकी ठिकानों की तबाही ने शहबाज सरकार की नींद उड़ा दी है। हालात ये हैं कि पाकिस्तान अब फिर से शांति की दुहाई दे है। पीएम शहबाज की हालत भीगी बिल्ली जैसी हो गई है। सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान को अब एक भी गलती भारी पड़ सकती है। ऐसे में चर्चा पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में आतंकी कैंप और उसके आसपास के इलाकों की हो रही है, जहां तेज धमाकों की आवाज से आधी थोड़ी- थोड़ी देर पर धरती हिलती रही।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले जानकारी के मुताबिक, खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना के हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के चार, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 आतंकी ठिकानों समेत कुल 9 स्थानों को निशाना बनाया गया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने कल रात जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार चौकियों से तोपखाने से गोलाबारी सहित मनमाने तरीके से गोलीबारी की।
तेज धमाके के बीच POK के लोगों ने पहाड़ियों में ली शरण
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीओके के निवासियों को कहना है कि भारतीय हमलों के दौरान वे पहाड़ियों में छिपे थे। पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद के निवासियों ने कहा कि बुधवार को शहर के एक हिस्से में भारत द्वारा हवाई हमले किए जाने के बाद धरती हिल रही थी। धमाकों को बीच उन्होंने अपने घरों से निकलकर आसपास की पहाड़ियों में जाकर शरण ली। उन्होंने कहा कि मस्जिद के लाउडस्पीकरों ने लोगों को शरण लेने के लिए कहा क्योंकि जमीन बार-बार हिल रही थी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थीं।
46 वर्षीय मुहम्मद शायर मीर ने रात की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, "हम बाहर आ गए। फिर एक और विस्फोट हुआ। पूरा घर हिल गया। डर की वजह से हम सभी ने अपना घर खाली कर दिया, अपने बच्चों को लेकर ऊपर (पहाड़ी) चले गए।"
हमलों में एक मस्जिद के पास सूर्योदय के बाद बहुत से लोग एकत्र हुए। यहां सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी थी। वहीं जिला आयुक्त के एक वरिष्ठ स्थानीय अधिकारी के मुताबिक मस्जिद के पास तीन लोग मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि कुल मिलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तानी कश्मीर में भारतीय हमलों में 26 लोग मारे गए और 46 घायल हुए।
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सीमा पर दोनों से मोर्टार से हमले
वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने इसे "युद्ध की एक बड़ी कार्रवाई" बताया। पीओके के जिला अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी और भारतीय कश्मीर को विभाजित करने वाली नियंत्रण रेखा पर, दोनों सेनाओं के बीच मोर्टार और हल्के हथियारों की गोलीबारी सुबह तक जारी रही और इसमें पाकिस्तानी पक्ष के कम से कम छह नागरिक मारे गए।
मुजफ्फराबाद परीक्षाएं रद्द
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, मुजफ्फराबाद में अस्पताल चालू थे और सुबह कुछ छोटे व्यवसाय खुले थे, लेकिन स्कूल बंद थे और परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं।
पीओके में हिलीं घरों की दीवारें
एक स्थानीय शायर मीर ने घटना की जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने परिवार ने चार घंटे खुले में बिताए। धमाके के दौरान जमीने हिल रही थीं। कुछ लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घरों दीवारें तक हिल रही थीं।
पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को दे रहा बढ़ावा: विक्रम मिस्त्री
मंगलवार-बुधवार की रात पीओके में घुसी भारतीय सेना ने आतंकी कैंपों में जमकर तबाही मचाई। सेना की स्ट्राइक की जानकारी देते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद जिंदा पाए गए साजिद मीर का मामला इस बात का सबूत है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को संरक्षण देने में लगा है। यहां आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
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