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अपने ही पार्टनर का बेरहमी से कत्ल किया, भारतवंशी को मिली उम्रकैद की सजा

पार्टनर तरनजीत 6 मई को थर्नबी लॉज के तरबत रोड पर स्थित अपने घर पर मृत मिली थीं। वह पांच महीने से सिदपारा के साथ रिश्ते में थीं।

लीसेस्टर क्राउन कोर्ट ने सुनवाई के बाद हाल ही में राज सिदपारा को सजा सुनाई। / Credit- Pexels (stock photo)

ब्रिटेन में भारतीय मूल के व्यक्ति राज सिदपारा को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। उन्हें ये सजा अपनी पार्टनर तरनजीत रियाज उर्फ तरनजीत चग्गर की हत्या के जुर्म में दी गई है। लीसेस्टर क्राउन कोर्ट ने सुनवाई के बाद हाल ही में यह फैसला दिया। 
 
तरनजीत 6 मई को थर्नबी लॉज के तरबत रोड पर स्थित अपने घर पर मृत मिली थीं। वह पांच महीने से सिदपारा के साथ रिश्ते में थीं। सूचना पर पहुंचे इमरजेंसी सेवा कर्मियों को तरनजीत चेहरे पर गंभीर चोट मिली। उनकी कई पसलियां टूटी हुई थीं। उनकी पहले ही मौत हो चुकी थी।

मुकदमे के दौरान सिदपारा ने तरनजीत को मारने या गंभीर नुकसान पहुंचाने के इरादे से इनकार किया। हालांकि चोटों की बात कबूल की। सुनवाई के बाद अदालत ने सिदापारा को हत्या का दोषी करार दिया।

वरिष्ठ जांच अधिकारी डिटेक्टिव इंस्पेक्टर एम्मा मैट्स ने कहा कि तरनजीत को ऐसे व्यक्ति ने मार दिया था जिसके साथ वह रिश्ते में थीं। सिदपारा को तरनजीत का सपोर्ट और संरक्षण करना चाहिए था, न कि बेरहमी से जानलेवा हमला। अदालत ने इसकी सजा उसे दी है।

उन्होंने घरेलू दुर्व्यवहार के जटिल मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि अक्सर पीड़ित लोग मदद लेने में संकोच करते हैं। परिवार और दोस्तों के साथ बंद दरवाजों के पीछे क्या हो रहा है, वे इसका विवरण साझा नहीं करना चाहते। लेकिन लोगों को यह समझना चाहिए कि बहुत देर होने से पहले पीड़ित को आवश्यक मदद मिलना जरूरी है। 

मैट्स ने बताया कि लीसेस्टरशायर पुलिस की एक समर्पित घरेलू दुर्व्यवहार टीम है जो इस तरह के मामलों में स्थानीय और राष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर मदद मुहैया कराती है।

सिदपारा को यह सजा ऐसे समय मिली है जब लीसेस्टरशायर पुलिस ने ग्लोबल व्हाइट रिबन डे अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान का उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा को रोकना है। इस वर्ष इस अभियान के तहत महिलाओं के प्रति पुरुषों के नजरिए और व्यवहार को बदलने पर जोर दिया जा रहा है।
 

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