ऐसा पहली बार था जब एक समय पर 100 से अधिक देशों में भारतीय प्रवासी एकजुट हुए। दरअसल भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय यानी MYAS ने विदेश मंत्रालय (MEA) के सहयोग से विकसित भारत रन 2025 का आयोजन किया गया था।
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में 3 से 5 किलोमीटर की सामुदायिक दौड़ें आयोजित की गईं। बैंकॉक, बीजिंग, बेरुत, बिश्केक, ब्रुनेई, दोहा, क्वालालंपुर, मेलबर्न, पर्थ, सिडनी, रोम, सियोल और टोक्यो जैसे शहरों में बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए। भूटान, तंजानिया और स्विट्जरलैंड जैसे देशों ने भी इस आयोजन को देखा। खास बात यह रही कि इन दौड़ों को ऐसे स्थानों पर आयोजित किया गया जो सभी के लिए आसानी से पहुंचने योग्य और पहचान योग्य हों।
यह पहली बार था जब इस दौड़ को वैश्विक स्तर पर आयोजित किया गया और इसमें 100 से अधिक देशों में बसे भारतीय प्रवासी और स्थानीय लोग एक साथ जुड़े। यह कार्यक्रम सेवा पखवाड़ा (17 सितंबर से 2 अक्टूबर) के हिस्से के रूप में हुआ और इसका संदेश था Run to Serve the Nation।
Run to Serve the Nation!
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) September 28, 2025
Indian diaspora from 100+ countries joined the #ViksitBharatRun under Sewa Pakhwada, echoing their commitment to the dream of Viksit Bharat. pic.twitter.com/5BNjfE1ITD
दौड़ के दौरान प्रतिभागियों ने विकसित भारत प्रतिज्ञा औरआत्मनिर्भर भारत प्रतिज्ञा ली। यह शपथ भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने और आत्मनिर्भरता के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता से जुड़ी थी। इसके साथ ही ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान भी चलाया गया जिसमें प्रतिभागियों ने वृक्षारोपण भी किया और पर्यावरणीय स्थिरता का संदेश दिया।
इस अवसर पर प्रतिभागियों को MY Bharat पोर्टल से जोड़ा गया। यह पोर्टल युवाओं को वॉलंटियरिंग, सीखने और समाजसेवी गतिविधियों में हिस्सा लेने के अवसर उपलब्ध कराता है। भारतीय मिशनों ने स्थानीय समुदायों, सांस्कृतिक संगठनों और प्रशासनिक निकायों के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया। कई देशों में स्थानीय नेताओं और गणमान्य लोगों ने भी मुख्य अतिथि के तौर पर इसमें भाग लिया और भारत की विकास यात्रा तथा उपलब्धियों को उजागर किया।
विकसित भारत रन 2025 केवल एक फिटनेस या खेल आयोजन नहीं था, बल्कि यह दुनिया भर में भारत की सेवा भावना, स्थिरता और समावेशिता का प्रतीक बन गया। इसने प्रवासी भारतीयों और स्थानीय समुदायों के बीच संबंधों को मजबूत किया और युवाओं को सेवा-उन्मुख पहलों की ओर प्रेरित किया। सबसे बड़ी बात यह रही कि इस आयोजन ने भारत की विकसित भारत 2047 की दृष्टि को वैश्विक मंच पर और अधिक स्पष्ट और मजबूत तरीके से पेश किया।
यह आयोजन साबित करता है कि जब भारतीय प्रवासी और मित्र देशों के लोग मिलकर एकजुट होते हैं, तो वे न सिर्फ फिटनेस और सामुदायिक भावना का जश्न मनाते हैं, बल्कि भारत की प्रगति और भविष्य की दिशा को भी दुनिया के सामने मजबूती से रखते हैं।
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