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हॉलीवुड के मंच पर भारतीय अभिनेत्री शबाना आजमी को सम्मान, कैलिफोर्निया से विशेष मान्यता

यह सम्मान शबाना आजमी के दशकों लंबे थिएटर और सिनेमा योगदान के साथ-साथ महिलाओं के अधिकारों और सामुदायिक विकास में उनके कार्यों के लिए दिया गया।

शबाना आजमी / Courtesy Photo

भारत की दिग्गज अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आज़मी को कैलिफोर्निया राज्य की ओर से विशेष मान्यता (Special Recognition) प्रदान की गई। यह सम्मान विधानसभा सदस्य एलेक्स ली की ओर से दिया गया और इसे भारतीय-अमेरिकी सामुदायिक नेता अजय भुटोरिया ने मंच पर उन्हें भेंट किया।

यह सम्मान शबाना आज़मी के दशकों लंबे थिएटर और सिनेमा योगदान के साथ-साथ महिलाओं के अधिकारों और सामुदायिक विकास में उनके कार्यों के लिए दिया गया। यह अवसर उनके एकल नाटक ‘ब्रोकन इमेजेस’ के शानदार मंचन से ठीक पहले आयोजित हुआ। हेवर्ड के चाबोट कॉलेज परफॉर्मिंग आर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए इस शो में 1500 से अधिक दर्शक मौजूद थे।

इस अंग्रेज़ी नाटक में शबाना आज़मी दो जुड़वां बहनों – मंजुला और श्रीमती शर्मा – का किरदार निभाती हैं। नाटक का लेखन मशहूर लेखक गिरीश कर्नाड ने किया था और निर्देशन स्व. एलीक पदमसी ने किया था। यह शो उनके नॉर्थ अमेरिका टूर का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत 25 सितम्बर को कनेक्टिकट से हुई और अब यह रैले, बोस्टन, न्यूयॉर्क और टोरंटो तक पहुंचेगा।

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अजय भुटोरिया ने मंच से कहा, शबाना आज़मी केवल एक बेहतरीन कलाकार ही नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण की एक मजबूत आवाज़ भी हैं।

आधिकारिक प्रशस्ति-पत्र में एलेक्स ली ने शबाना आज़मी की महिला अधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए दशकों की सक्रियता को सराहा और कहा कि उनकी कलात्मकता और सक्रियता दोनों पीढ़ियों को प्रेरित करती हैं।

सम्मान पाकर शबाना आज़मी भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, यह मेरे लिए गहरा सम्मान है। यह कहानी कहने की ताकत और हमारे समुदायों की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है। मैं इसे हर उस महिला और हर उस श्रमिक को समर्पित करती हूं जो समानता के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

75 वर्षीय शबाना आज़मी आज भी कला और सामाजिक जीवन में सक्रिय हैं। वह 150 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं, उन्हें पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, भारत सरकार से पद्मश्री (1988) और पद्मभूषण (2012) मिल चुका है। वे लगातार साम्प्रदायिक हिंसा के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं और एचआईवी/एड्स जागरूकता में योगदान देती रही हैं।

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