यूएस टैरिफ वॉर को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। हाल ही में एक न्यूज प्लेटफॉर्म ब्लूमबर्ग न्यूज ने भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन के साथ साक्षात्कार के बाद बड़े दावे किए। न्यूज चैनल ने नागेश्वरन के हवाले से कहा कि अमेरिकी टैरिफ की दरें 50 प्रतिशत पहुंचने के साथ भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी GDP में आधा प्रतिशत (0.5% ) की कमी आ सकती है।
मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने सोमवार को ब्लूमबर्ग टीवी पर साक्षात्कार दिया। इसमें उनसे न्यूज चैनल ने कई सख्त सवाल पूछे। इस दौरान नागेश्वरन ने उन्होंने ब्लूमबर्ग टीवी से कहा, "यह इस वित्तीय वर्ष में भी कितने समय तक चलता है, इस पर निर्भर करते हुए, इसका जीडीपी पर 0.5% से 0.6% के बीच प्रभाव पड़ सकता है।"
नागेश्वरन ने कहा कि वह मार्च 2026 में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार के 6.3-6.8% विकास अनुमान पर कायम रहेंगे, और अप्रैल-जून तिमाही के 7.8% विकास का हवाला दिया, जो एक साल से ज्यादा समय में सबसे तेज है।
इस बीच भारत में रूसी तेल का आयात को जारी है। यूएस की ओर लगाए जा रहे आरोपों का खारिज करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले हफ्ते कहा था कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। उन्होंने कहा, "हम अपनी ऊर्जी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए रूस से तेल खरीदना जारी रखेंगे, क्योंकि यह एक किफायती सौदा है।"
बता दें कि आंकड़ों के अनुसार, 2024 में अमेरिका-भारत का द्विपक्षीय वस्तु व्यापार कुल 129 अरब डॉलर का होगा, जिसमें 45.8 अरब डॉलर का अमेरिकी व्यापार घाटा होगा। ऐसे में निर्यातक समूहों का अनुमान है कि ये शुल्क भारत के अमेरिका को 87 अरब डॉलर के वस्तु निर्यात के लगभग 55% को प्रभावित कर सकते हैं। जबकि वियतनाम, बांग्लादेश और चीन जैसे प्रतिस्पर्धी देशों को इसका साधा लाभ होगा।
यह भी पढ़ें: भारत- पाक संघर्ष में दिखी 'Make in India' की 'ताकत', रक्षा निर्यात में अहम
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login