प्रतीकात्मक तस्वीर / pexels
अमेरिका की एक संघीय अदालत ने कॉपीराइट उल्लंघन के एक मामले में भारतीय यूट्यूबर अनुज कुमार को औपचारिक रूप से नोटिस भेजने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा कि वादी नीमा घरावी द्वारा दायर टेम्पररी रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर (TRO) को बिना नोटिस दिए मंजूरी देने की कानूनी शर्तें पूरी नहीं हुई हैं।
क्या है मामला?
वादी नीमा घरावी ने आरोप लगाया है कि भारत में रहने वाले अनुज कुमार अपने दो यूट्यूब चैनलों पर उनकी कॉपीराइट सामग्री का अवैध इस्तेमाल कर रहे हैं। घरावी ने अदालत को बताया कि यूट्यूब ने उनकी शिकायत स्वीकार की है और विवादित वीडियो को तब तक वापस नहीं लाया जाएगा, जब तक यह मुकदमा चल रहा है।
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घरावी का दावा है कि गूगल हर महीने 21 से 26 तारीख के बीच ऐसे वीडियो की आय संबंधित क्रिएटर को भेजता है, इसलिए बिना देरी के TRO जरूरी है ताकि होने वाले आर्थिक नुकसान को रोका जा सके।
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