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दिवाली मेला: रोशनी, संस्कृति और उत्सव से जगमगाया नॉर्थ टेक्सास

इस वर्ष का दिवाली मेला सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गौरव, सामुदायिक एकता और दिवाली की अटूट भावना का प्रतीक बन गया।

दिवाली मेला / image provided

डलास के उपनगर मैककिनी में 18 अक्टूबर को ‘दिवाली मेला – फेस्टिवल ऑफ लाइट्स’ भारतीय संस्कृति, परंपरा और समुदाय का शानदार उत्सव मनाया गया। मिस्टिक मंडला द्वारा आयोजित इस मेले में 10,000 से अधिक लोगों ने शिरकत की, जिससे पूरा स्थल रोशनी, संगीत और रंगों से जगमगा उठा। कार्यक्रम में कॉलीन काउंटी जज क्रिस हिल और फ्रिस्को सिटी काउंसिल सदस्य बर्ट ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

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मेले में 100 से अधिक स्टॉल लगाए गए, जहाँ आगंतुकों ने पारंपरिक परिधान, आभूषण, भारतीय फर्नीचर, गृह सज्जा, मूर्तियां और प्रामाणिक भारतीय भोजन का आनंद लिया। दो मंचों पर एक साथ चल रहे कार्यक्रमों में भरतनाट्यम, बॉलीवुड डांस और रामलीला की नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी आयु वर्ग के कलाकारों ने मंच को जीवंत बना दिया, जबकि परिवारों ने मेले में झूले, खेल और डांस स्कूलों के प्रदर्शन का आनंद लिया।

 

कार्यक्रम की झलकियां। / image provided

शाम का सबसे खास क्षण था जब प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी सामुदायिक नेता गीतेंश देसाई को उनके उत्कृष्ट सामुदायिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान डालस फेस्टिवल ऑफ लाइट्स के संस्थापक विजय वर्मन ने प्रदान किया। कार्यक्रम को सेवा इंटरनेशनल (डालस चैप्टर), हिंदूज़ ऑफ़ DFW और कई स्थानीय संगठनों व व्यवसायिक साझेदारों ने प्रायोजित किया, जिससे यह उत्सव एक बड़ी सफलता बन गया।

इस वर्ष का दिवाली मेला सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक गौरव, सामुदायिक एकता और दिवाली की अटूट भावना का प्रतीक बन गया।

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