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Americans4Hindus Week, अमेरिकी राजनीति में हिंदू पहचान का आह्वान

देशभर के 18 राज्यों से प्रतिनिधि, अध्यक्ष, ट्रस्टी और कर्मयोगी वॉशिंगटन पहुंचे।

Americans4Hindus लोगो / image provided

अमेरिकी हिंदू समुदाय के राजनीतिक सशक्तिकरण और प्रतिनिधित्व को नई दिशा देने के उद्देश्य से संगठन Americans4Hindus (A4H) ने 5 से 9 नवंबर तक राजधानी वॉशिंगटन डीसी में ‘Americans4Hindus Week’ का सफल आयोजन किया। इस दौरान राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन, नेतृत्व रिट्रीट और बहु-समुदाय संवाद जैसे कई कार्यक्रम हुए, जिनका उद्देश्य अमेरिकी राजनीति में हिंदू आवाज़ को प्रभावी बनाना था। देशभर के 18 राज्यों से प्रतिनिधि, अध्यक्ष, ट्रस्टी और कर्मयोगी वॉशिंगटन पहुंचे।

कैपिटल शटडाउन बना दृढ़ता का प्रतीक
कार्यक्रम के दौरान अमेरिकी कैपिटल बिल्डिंग में अचानक शटडाउन घोषित होने से A4H को पहले से बुक मीटिंग रूम खोना पड़ा। लेकिन आयोजन को रद्द करने की बजाय, प्रतिनिधियों ने कैपिटल के सामने आधिकारिक प्रेस पोडियम पर एकजुट होकर राष्ट्र को संदेश दिया।

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A4H के संस्थापक और चेयरमैन डॉ. रोमेश जापरा ने कहा, अमेरिकी हिंदू समुदाय आईटी, मेडिसिन, बिजनेस और एजुकेशन जैसे क्षेत्रों में अग्रणी रहा है। अब समय आ गया है कि हम स्कूल बोर्ड से लेकर राष्ट्रपति पद तक राजनीति और शासन में भी योगदान दें। हमारी लोकतंत्र की नौका इस समय डांवाडोल है, इसे संभालने के लिए हमें आगे आना होगा। कार्यक्रम में यह भी रेखांकित किया गया कि अमेरिका में हिंदू समुदाय सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय अर्जित करने वाला समुदाय है, बावजूद इसके सरकारी और नीति-निर्माण संस्थाओं में उनका प्रतिनिधित्व बेहद कम है।

दोपहर के सत्र में अमेरिकी कांग्रेस सदस्य सुहास सुब्रमण्यम ने प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा, अगर हम चाहते हैं कि हमारी आवाज़ और मूल्यों का सम्मान हो, तो हमें खुद आगे आकर नेतृत्व करना होगा। प्रतिनिधित्व तभी संभव है जब हम संगठित होकर भागीदारी दिखाएं।

भारतीय-अमेरिकी संगठनों का एकजुट प्रयास
A4H वीक के दौरान एक अहम बैठक में विभिन्न भारतीय-अमेरिकी संगठनों सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक, व्यावसायिक, शैक्षिक और पेशेवर समूहों को एक मंच पर लाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इस पहल का समन्वयन डॉ. सुवास देसाई (केंटकी) ने किया, जिसका उद्देश्य भारतीय डायस्पोरा की सामूहिक शक्ति को सार्वजनिक नीति और नागरिक जीवन में बढ़ाना है।

हिंदू राजनीतिक जागरूकता के अग्रदूत को श्रद्धांजलि
प्रतिनिधियों ने हिंदू राजनीतिक चेतना को जगाने वाले अग्रदूत कृष्ण श्रीनिवासा को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने चार दशक पहले हिंदू और भारतीय अमेरिकियों को राजनीति में भाग लेने के लिए प्रेरित किया था।

लीडरशिप रिट्रीट और भविष्य की रणनीति
आर्ट ऑफ लिविंग सेंटर, वॉशिंगटन डी.सी. में आयोजित नेतृत्व रिट्रीट में प्रतिभागियों ने राष्ट्रीय स्तर पर कई नए अभियानों की रूपरेखा तय की, जिनमें हिंदू राजनीति अकादमी (Hindu Rajneeti Academy), हिंदू वोटर गाइड, हिंदू–बौद्ध–सिख–जैन कॉकस (HBSJ Caucus), अलायंस विंग्स (महिला, युवा, प्रोफेशनल, बिजनेस और इंटरफेथ नेटवर्क) और ‘रक्षक’ विंग – नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के लिए शामिल हैं। प्रतिनिधियों ने इन पहलों को आगे बढ़ाने के लिए अपना समय, प्रतिभा, संसाधन और तकनीक समर्पित करने का संकल्प लिया।

हिंदू-ज्यूइश कोएलिशन की स्थापना
कार्यक्रम का एक और ऐतिहासिक क्षण था, नेशनल हिंदू-ज्यूइश कोएलिशन ऑफ अमेरिका की घोषणा। यह मंच धर्मों के बीच सहयोग और साझा लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ावा देगा। इस पहल का नेतृत्व निस्सिम रूबेन करेंगे, जिन्हें संगठन का पहला कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है।

 

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