सांसद राजा कृष्णमूर्ति / Website
भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) से आग्रह किया है कि वह Flock Safety नामक निगरानी तकनीक कंपनी की जांच करे जिस पर अमेरिकियों के व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप है।
सीनेटर रॉन वायडन के साथ सह-हस्ताक्षरित एक पत्र में कृष्णमूर्ति ने कहा कि Flock की कमजोर साइबर सुरक्षा नीतियों के कारण संवेदनशील जानकारी हैकर्स और विदेशी तत्वों के लिए आसान हो गई है।
कानून निर्माताओं ने चेतावनी दी कि कंपनी का ऑटोमैटिक लाइसेंस प्लेट रीडर नेटवर्क हर महीने अरबों वाहनों की स्कैनिंग करता है। ऐसे में इसका डाटा गलत हाथों में जाकर लोगों की आवाजाही को ट्रैक करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
पत्र में कहा गया कि Flock ने टैक्सपेयर्स के पैसों से राष्ट्रीय निगरानी नेटवर्क बनाया है। लेकिन कंपनी का लापरवाह रवैया अमेरिकी नागरिकों को हैकर्स और विदेशी जासूसों के हमलों के खतरे में डाल रहा है।
Flock अमेरिका के 49 राज्यों में काम करती है और 5,000 से अधिक पुलिस विभागों और 1,000 निजी कंपनियों को निगरानी सेवाएं प्रदान करती है जिससे यह देश की सबसे बड़ी लाइसेंस प्लेट कैमरा संचालक कंपनी बन गई है।
साइबर सुरक्षा फर्म हडसन रॉक के अनुसार कम से कम 35 Flock ग्राहकों के पासवर्ड हैकर्स द्वारा चुरा लिए गए हैं। कंपनी मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (MFA) को अनिवार्य नहीं करती और न ही फिशिंग-रेजिस्टेंट MFA का समर्थन करती है जो सभी संघीय एजेंसियों के लिए मानक सुरक्षा आवश्यकता है।
कृष्णमूर्ति ने कहा कि कंपनी का नेशनल लुकअप टूल कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एक-दूसरे का डेटा देखने की अनुमति देता है। यह जोखिम को और बढ़ाता है। लगभग 75% पुलिस विभाग इस सिस्टम में शामिल हैं जिसका मतलब है कि अगर एक अकाउंट भी हैक हो गया तो पूरे देश का डेटा लीक हो सकता है।
पत्र में पासवर्ड शेयरिंग के मामलों का भी उल्लेख किया गया है। एक मामले में ड्रग एनफोर्समेंट एडमिनिस्ट्रेशन (DEA) के एक एजेंट ने दूसरे अधिकारी की लॉगिन जानकारी का इस्तेमाल कर Flock के डेटाबेस तक पहुंच बनाई थी।
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