अमेरिका में 48 वर्षीय ग्रीन कार्ड होल्डर परमजीत सिंह का हाल फिलहाल मुश्किलों भरा है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सिंह ब्रेन ट्यूमर और हृदय संबंधी समस्या से जूझ रहे हैं और साथ ही ICE (इमीग्रेशन और कस्टम्स एन्फोर्समेंट) के सामने भी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
सिंह 1994 से अमेरिका में रह रहे हैं और इंडियाना में अपने परिवार के साथ कई गैस स्टेशन संचालित करते हैं। उनकी पत्नी और दो बच्चे अमेरिका के नागरिक हैं। हाल ही में भारत की यात्रा से लौटते समय सिंह को शिकागो ओ’हारे इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया, और तब से ICE के कब्जे में हैं।
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ICE ने सिंह के खिलाफ पुराने मामलों का हवाला दिया है। इसमें एक केस 20 साल पुराना है, जिसमें आरोप था कि सिंह ने सार्वजनिक फोन का उपयोग बिना भुगतान किया था। इसके लिए उन्होंने 10 दिन जेल में बिताए और 4,137.50 डॉलर का जुर्माना अदा किया। इसके अलावा, इमीग्रेशन अधिकारियों ने 2008 में फोर्जरी का आरोप भी लगाया, लेकिन परिवार ने इसे खारिज किया और कहा कि ऐसा कोई दोषी निर्णय रिकॉर्ड में नहीं है।
इन आरोपों के कारण सिंह की यूएस सिटीजनशिप भी बाधित है। हालांकि सिंह पहले कई बार भारत यात्रा कर चुके हैं, लेकिन किसी समस्या का सामना नहीं किया। उनका मामला उस समय सामने आया है जब ट्रंप प्रशासन ने कथित “जीरो टॉलरेंस” नीति अपनाई है, जिसके तहत कई नियमपालक और कानून का पालन करने वाले इमीग्रेंट्स भी परेशानी में हैं।
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