श्रीलंका ने भारत से लिए गए करीब 931 मिलियन डॉलर यानी लगभग 7700 करोड़ रुपये के कर्ज की शर्तों को फिर से तय किया है। ये कर्ज भारत के EXIM बैंक से अलग-अलग योजनाओं के लिए मिला था। अब दोनों देशों ने मिलकर तय किया है कि श्रीलंका इसे आसान किस्तों में चुकाएगा।
यह फैसला ऐसे समय हुआ है जब भारत और श्रीलंका के बीच रिश्ते तेजी से मजबूत हो रहे हैं। पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा के दौरान ऊर्जा परियोजनाओं समेत कई अहम समझौते हुए थे। इसी का नतीजा है कि दोनों देश अब मिलकर आगे बढ़ रहे हैं।
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श्रीलंका में सुधर रहे हालात
2022 में श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट में फंस गया था। न तेल था, न दवाइयां, न गैस। लोग सड़कों पर थे। उस मुश्किल समय में भारत ही सबसे पहले मदद के लिए आगे आया और 4 अरब डॉलर की मदद दी। अब धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। IMF से भी 2.9 अरब डॉलर का पैकेज मिला है। जापान और बाकी देशों से भी कर्ज की बात बन चुकी है। अब सिर्फ चीन से समझौता होना बाकी है, जिससे श्रीलंका को करीब 4.75 अरब डॉलर चुकाने हैं।
क्यों मायने रखता है ये समझौता?
श्रीलंका की आर्थिक सेहत सुधरेगी
भारत का भरोसा और पकड़ मजबूत होगी
आने वाले समय में ऊर्जा, व्यापार और बुनियादी ढांचे में बड़ा निवेश देखने को मिल सकता है।
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