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FBI निदेशक बनने से पहले ही काश पटेल विरोधियों की सफाई में जुटे? सीनेट में लगे आरोप

डर्बिन ने आरोप लगाया कि काश पटेल की नियुक्ति को सेनेट से मंजूरी नहीं मिली है, इससे पहले ही वह राजनीतिक दुश्मनों की सफाई में जुट गए हैं।

डिक डर्बिन ने काश पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। / Image- File Photo

सीनेट जुडिशरी कमिटी के रैंकिंग मेंबर और डेमोक्रेटिक व्हिप डिक डर्बिन ने एफबीआई के नामित निदेशक काश पटेल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि पटेल पद संभालने से पहले ही एफबीआई में अपने राजनीतिक विरोधियों की 'सफाई' में जुट गए हैं। उनका आशय अधिकारियों की छंटनी से था।

सीनेट के पटल पर बोलते हुए डिक डर्बिन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा एफबीआई निदेशक पद के लिए नामित काश पटेल पर अधिकारियों को हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया जा रहा है। ये आरोप भरोसेमंद व्हिसलब्लोअर्स द्वारा लगाया गया है। ये आरोप एफबीआई निदेशक पद पर पटेल की पुष्टि से पहले सामने आए हैं। 

उन्होने कहा कि काश पटेल पर पहले भी राजनीतिक प्रतिशोध से काम करने के आरोप लगे हैं। ऐसे में ये नए आरोप दर्शाते हैं कि पटेल एफबीआई का नेतृत्व करने के योग्य नहीं हैं। उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की जांच न्याय विभाग के इंस्पेक्टर जनरल माइकल होरोविट्ज से कराई जानी चाहिए। 

डर्बिन के अनुसार, व्हिसलब्लोअर खुलासे से पता चला है कि काश पटेल अपनी नियुक्ति से पहले ही सीनियर अधिकारियों को हटाने में जुट गए हैं। 29 जनवरी को एफबीआई के कार्यवाहक निदेशक ब्रायन ड्रिस्कॉल, कार्यवाहक एफबीआई उप निदेशक रॉबर्ट किस्साने और अन्य अधिकारियों की एक बैठक हुई थी। इसमें बताया गया कि कुछ एग्जिक्यूटिव असिस्टेंट डायरेक्टर्स और सुपरवाइजरों का इस्तीफा लिए जाने या बर्खास्त किए जाने की संभावना है।

डर्बिन ने आरोप लगाया कि काश पटेल ने ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार स्टीफन मिलर से संपर्क किया था। उन्होंने पटेल के निर्देशों को कार्यवाहक उप अटॉर्नी जनरल बोव तक पहुंचाया। न्याय विभाग पहले ही कई प्रॉसिक्यूटर्स को बर्खास्त कर चुका है। 

डर्बिन ने कहा कि 30 जनवरी की काश पटेल की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई के दौरान सेनेट न्यायिक समिति को संभवतः गुमराह किया गया था। सुनवाई के दौरान सीनेटर कोरी बुकर ने पटेल से पूछा था कि क्या वह ट्रम्प से जुडे़ मामलों की जांच में शामिल एफबीआई के अधिकारियों को दंडित करने या बर्खास्त करने की किसी योजना के बारे में जानते हैं। इस पर पटेल ने इनकार कर दिया था। 

डर्बिन ने आरोप लगाया कि काश पटेल सेनेट से पुष्टि का इंतजार नहीं कर पा रहे हैं और अभी से अपने राजनीतिक दुश्मनों की सफाई में जुट गए हैं। डर्बिन ने आगाह किया कि आतंकवाद विरोधी, साइबर सुरक्षा और हिंसक अपराधों की जांच से जुड़े एफबीआई अधिकारियों की बर्खास्तगी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकती है। 

डर्बिन ने दावा किया कि ट्रम्प प्रशासन द्वारा अब तक जिन लोगों को हटाया गया है, उनमें एफबीआई के अंतरराष्ट्रीय व घरेलू आतंकवाद, साइबर सुरक्षा खतरों, मानव व ड्रग्स की तस्करी और हिंसक अपराधों से जुडे़ मामलों की देखरेख कर रहे शीर्ष अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि देश को ऐसे एफबीआई निदेशक की जरूरत है जो मिशन की गंभीरता को समझे, न कि राजनीतिक बदला ले।

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