कभी-कभी ज़िंदगी इतनी निर्मम हो जाती है कि शब्द भी मौन हो जाते हैं। ब्रिटेन में रहने वाली 4 और 8 साल की दो बहनों के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है — सिर्फ 18 दिनों के भीतर उन्होंने अपने दोनों माता-पिता को खो दिया। भारत के अहमदाबाद में विमान हादसे में जान गंवाने वाले 241 लोगों में इन दोनों बहनों के पिता भी थे। 18 दिन पहले इनकी मां ने कैंसर से लंबी लड़ाई में दम तोड़ा।
पहले मां भारती पाटोलिया ने कैंसर से लंबी लड़ाई लड़ते हुए दम तोड़ दिया। उनकी आखिरी इच्छा थी कि उनकी अस्थियां उनके पैतृक गांव, गुजरात में विसर्जित की जाएं। इस अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए उनके पति अर्जुन पाटोलिया भारत आए। लेकिन नियति को कुछ और मंज़ूर था।
अहमदाबाद से लंदन लौटते समय अर्जुन जिस एयर इंडिया की फ्लाइट में सवार थे, वह जून 2025 में टेकऑफ़ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, और वे सैंकड़ों अन्य लोगों के साथ इस हादसे में मारे गए। अब ये दोनों बच्चियां अनाथ हो चुकी हैं। माता-पिता का साया 18 दिनों में सिर से उठ गया। अर्जुन न केवल एक प्रिय पिता और पति थे, बल्कि Inspired Elements कंपनी में एक सम्मानित कर्मचारी और कई लोगों के अच्छे मित्र भी थे।
यह भी पढ़े- भारत में विमान दुर्घटना, मध्यपूर्व संघर्ष के बीच पेरिस एयर शो शुरू
अब परिवार और दोस्तों ने मिलकर एक फंडरेजिंग अभियान शुरू किया है, ताकि इन बच्चियों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके। इस अभियान का उद्देश्य है- बच्चियों को एक सुरक्षित और प्यारभरा घर मिल सके, उनकी शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके और उनके लिए दीर्घकालिक देखभाल और स्थायित्व सुनिश्चित किया जा सके।
यह सारा फंड एक कानूनी ट्रस्ट या अधिकृत अभिभावकों के माध्यम से सीधे बच्चियों की ज़रूरतों पर खर्च किया जाएगा।
हर मदद के मायने
कोई भी राशि छोटी नहीं होती। आपकी मदद से इन बच्चियों को एक नया जीवन, एक नई उम्मीद और सुरक्षित भविष्य मिल सकता है। अगर आप मदद करना चाहते हैं, तो इस अभियान को दान करें और दूसरों के साथ साझा करें। हो सकता है, आपकी एक छोटी-सी पहल इन दो नन्हीं ज़िंदगियों की सबसे बड़ी राहत बन जाए।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login