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भारतीय छात्रों को इंदिरा नूयी की अहम सलाह, अमेरिका में सतर्क-सावधान रहें

इंदिरा नूयी ने कहा कि हो सकता है कि कई ऐसी गतिविधियां हों जो भारत में गैरकानूनी न हों, लेकिन अमेरिका में हों। ऐसे में भारतीय छात्रों को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे दोनों देशों के कानूनों को जानें और एक विदेशी छात्र के रूप में अमेरिका की सीमाओं को समझें।

इंद्रा नूयी ने भारतीय छात्रों को अमेरिका में सतर्क रहने की सलाह दी। / Image : Britannica

पेप्सिको की सीईओ रहीं इंद्रा नूयी ने अमेरिका में हाल ही में भारतीय छात्रों की हत्या की घटनाओं पर चिंता जताई है। न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास की तरफ  से एक्स पर पोस्ट दस मिनट लंबे वीडियो में नूयी ने भारतीय छात्रों को अमेरिका आने के बाद कुछ दिन तक सतर्क रहने की सलाह दी है। 

गौरतलब है कि अमेरिका में भारतीय और भारतीय मूल के आठ छात्रों की हत्याएं हो चुकी हैं। अलग अलग जगहों पर एक के बाद एक हत्या की इन वारदातों को लेकर भारतीय समुदाय के सदस्यों में गहरी चिंता है। 



इंदिरा नूयी ने अपने वीडियो में कहा कि अमेरिका में उच्च शिक्षा काफी महंगी है। इतनी महंगी पढ़ाई करने के बाद भी जरूरी नहीं है कि छात्रों को अच्छी नौकरी मिल ही जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय छात्रों ने अमेरिका में बड़े सांस्कृतिक बदलाव का अनुभव किया है। उन्होंने भारतीय छात्रों को अपने कॉलेज का चयन करते समय भी सतर्क रहने का आग्रह किया। 

नूयी ने कहा कि जब आप अमेरिका आएं तो अपने दोस्त चुनने, नई आदतें अपनाना और सांस्कृतिक बदलावों को स्वीकार करते समय बहुत सतर्क रहें। मेरा सुझाव है कि छात्रों को अपने विश्वविद्यालय की सहायता प्रणाली, स्थानीय भारतीय वाणिज्य दूतावास और स्थानीय भारतीय-अमेरिकियों के साथ मिलकर उनके अनुभवों से सीख लेनी चाहिए और जब भी जरूरत महसूस हो, उनकी सहायता लेने में झिझकना नहीं चाहिए।

उन्होंने कहा कि भारतीय छात्र वर्षों से अपनी कड़ी मेहनत और सफलता के लिए जाने जाते हैं लेकिन कभी-कभी हमें कुछ युवाओं को लेकर अनोखे कारनामे करने और ड्रग्स के आदी होने जैसी घटनाएं भी देखने को मिलती हैं। यह घातक हो सकता है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा करियर के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। 

नूयी ने छात्रों से कहा कि वे किसी भी गैरकानूनी गतिविधियों में भाग न लें। अक्सर अंतरराष्ट्रीय छात्र अपने मेजबान देश के कानून और नियमों से परिचित नहीं होते। ऐसे में उन्हें सतर्कता से अपने कार्यों और उनके परिणामों पर गौर कर लेना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कई ऐसी गतिविधियां हों जो भारत में गैरकानूनी न हो, लेकिन अमेरिका में हों। ऐसे में छात्रों को सुनिश्चित करना चाहिए कि वे दोनों देशों के कानूनों को समझें और एक विदेशी छात्र के रूप में अमेरिका की सीमाओं को समझें।

नूयी ने अपने वीडियो में छात्रों से अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की अपील करते हुए कहा कि यह जरूरी है क्योंकि अमेरिका में शिक्षा प्रणाली सख्त है। यह अकेलापन पैदा कर सकती है। हालांकि यहां का जीवन तेज-तर्रार और व्यस्तता वाला है, जो तनाव का कारण बन सकता है।

उन्होंने छात्रों से कहा कि नकारात्मक विचारों से बचने के लिए शारीरिक गतिविधियां करें, पत्रिकाओं में लिखें और अच्छी किताबें पढ़ने की आदत डालें। जो भारतीय छात्र अध्ययन करने के लिए अमेरिका आते हैं, उन्हें सफल होने के बाद अपने देश में भी योगदान करना चाहिए। 
 

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