कैनसस विश्वविद्यालय (University of Kansas - KU) ने भारतीय-अमेरिकी कानूनी विशेषज्ञ प्रोफेसर राज भाला को वर्ष 2025 के लिए यूनिवर्सिटी डिस्टिंग्विश्ड प्रोफेसर नियुक्त किया है। यह विश्वविद्यालय द्वारा दिया जाने वाला शैक्षणिक उत्कृष्टता और नेतृत्व का सर्वोच्च सम्मान है। उनकी नियुक्ति फॉल 2025 सेमेस्टर की शुरुआत से प्रभावी होगी।
राज भाला KU स्कूल ऑफ लॉ में प्रोफेसर हैं और अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानून और वैश्विक संबंधों में उनके योगदान के लिए विख्यात हैं। वे इससे पहले KU में इंटरनेशनल एंड कम्पेरेटिव लॉ के एसोसिएट डीन रह चुके हैं और Leo S. Brenneisen तथा Raymond F. Rice डिस्टिंग्विश्ड प्रोफेसरशिप जैसे प्रतिष्ठित पदों को संभाल चुके हैं।
उनका शैक्षणिक योगदान विश्वविद्यालय की सीमाओं से भी बाहर जाता है। फुलब्राइट स्पेशलिस्ट के रूप में उन्होंने जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी लॉ स्कूल और विलियम एंड मैरी लॉ स्कूल जैसे संस्थानों में पढ़ाया है। वे अमेरिकी विदेश मंत्रालय के भी आधिकारिक वक्ता हैं।
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भाला अब तक 13 किताबें और 100 से अधिक लॉ रिव्यू आर्टिकल्स लिख चुके हैं। उनका आठ खंडों वाला ई-टेक्स्टबुक "International Trade Law: A Comprehensive E-Textbook" दुनिया में व्यापार कानून पर सबसे प्रमुख संदर्भों में से एक माना जाता है।
उनकी शैक्षणिक योग्यता भी प्रभावशाली है—भाला ने हावर्ड लॉ स्कूल से जेडी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में मास्टर्स, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स और ड्यूक यूनिवर्सिटी से बैचलर्स डिग्री प्राप्त की है।
KU की मुख्य अकादमिक अधिकारी प्रोवोस्ट और कार्यकारी उपकुलपति बारबरा ए. बाइशेलमेयर ने कहा, इन व्यक्तियों ने शिक्षा और शोध दोनों क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया है। यह सम्मान उनके योगदान की सराहना है और यह KU की बेहतरीन अकादमिक विरासत को दर्शाता है। हम उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।
राज भाला उन पांच शिक्षकों में शामिल हैं जिन्हें यह प्रतिष्ठित पद 2025 में प्रदान किया गया है।
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