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वजन घटाने की दवाओं की दौड़ में भारत सबसे आगे, अमेरिकी कंपनी का कारोबार बढ़ा

ये कंपनी वो मशीनें बनाती है जो दवाओं की टेस्टिंग में इस्तेमाल होती हैं।

वजन घटाने की दवा / Reuters

वजन घटाने की दवाओं की भारी मांग ने भारत में अमेरिकी कंपनी Waters Corp के कारोबार को जबरदस्त बढ़त दी है। ये कंपनी वो मशीनें बनाती है जो दवाओं की टेस्टिंग में इस्तेमाल होती हैं।

Waters India के वाइस प्रेसिडेंट टी. अनिल कुमार ने बताया कि भारतीय दवा कंपनियां तेजी से उन दवाओं के जेनेरिक वर्जन बना रही हैं जिनमें Semaglutide नामक तत्व होता है। यही दवा Ozempic और Wegovy जैसी मशहूर वज़न कम करने वाली दवाओं में भी इस्तेमाल होती है।

2026 में खत्म होगा पेटेंट, भारत में खुलेगा बाजार
Semaglutide का पेटेंट भारत में 2026 में खत्म हो जाएगा, जिसके बाद भारतीय कंपनियां इसकी सस्ती कॉपी बना सकेंगी। Biocon, Cipla, Dr. Reddy’s और Lupin जैसी दिग्गज कंपनियां इस मौके को हथियाने में लगी हैं। अनिल कुमार के मुताबिक, “भारत GLP-1 जैसी वज़न घटाने की दवाओं में दुनिया का अगुवा बन सकता है क्योंकि हमारे पास जेनेरिक और मैन्युफैक्चरिंग की ताकत है।”

यह भी पढ़ें- Investment: भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में किया $10 मिलियन निवेश का ऐलान

Waters की भारत में बड़ी योजनाएं
Waters के भारत में 9 सेंटर्स और 430 से ज्यादा कर्मचारी हैं।
कंपनी का 8% ग्लोबल रेवेन्यू भारत से आता है।
हाल ही में बेंगलुरु में Global Capability Center भी खोला गया है।
Waters को उम्मीद है कि आने वाले समय में उसका मुनाफा दोहरे अंकों में बढ़ेगा।

कंपनी ने हाल ही में अपना सालाना मुनाफा अनुमान बढ़ा दिया है क्योंकि एशिया और अमेरिका में मांग काफी तेजी से बढ़ी है।

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