भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद उपजे हालात को लेकर भारतीय अमेरिका कांग्रेसी श्री थानेदार ने पाकिस्तान की खिंचाई की। उन्होंने आंतकियों के खिलाफ भारत की कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर को उचित ठहराते हुए कहा कि किसी भी देश को अपनी जनता के रक्षा का पूरा अधिकार है। श्री थानेदार ने अमेरिकी विदेश विभाग से पहलगाम आतंकवादी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता की जांच करने और इस समय भारत का समर्थन करने का आग्रह किया। अमेरिकी नेता पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ उचित एक्शन लिया है।
कांग्रेस सदस्य श्री थानेदार ने कहा है कि इज़राइल के मामले की तहत पहलगाम आतंकवादी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता की जांच होनी चाहिए। उन्होंने मौजूदा हालात में भारत का समर्थन करने की आवश्यता बताई है। थानेदार ने एक सवाल के जवाब में कहा, "देखिए 22 अप्रैल को क्या हुआ, लश्कर-ए-तैयबा समर्थित आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष हिंदुओं की हत्या भयानक थी। यह ऐसी चीज है जिसकी सभी को निंदा करनी चाहिए, और भारत को अपने क्षेत्र की रक्षा करने, अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है।"
पीओके में भारत का एक्श उचित
श्री थानेदार ने भारत का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर भारत ने आतंकियों को टागरगेट करते हुए हमला किया। अमेरिकी कांग्रेस सदस्य ने कहा, "मैं कांग्रेस के उन पहले सदस्यों में से एक था, जिन्होंने भारत का समर्थन किया और पाकिस्तान तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे पर भारत के बेहद लक्षित गैर-बढ़ते हमले का समर्थन किया। मैं भारत के खुद की रक्षा करने तथा अपने लोगों की रक्षा करने के अधिकार का पूरी तरह से समर्थन करता हूं।"
'पाकिस्तान देता है आतंक को संरक्षण'
कांग्रेसी थानेदार ने आगे कहा कि मौजूदा घटनाएं ये साबित करती हैं कि पाकिस्तान सरकार ने इन आतंकवादियों को संरक्षण देता है, जिसकी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "शुरुआती रिपोर्टें दिखाती हैं कि इसमें पाकिस्तान की स्पष्ट संलिप्तता है। इतिहास हमें बताता है कि पाकिस्तान ने हमेशा इन आतंकवादियों को शरण दी है, उन्हें वह बुनियादी ढांचा मुहैया कराया है, जिसकी उन्हें जरूरत है।"
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विदेश विभाग से पाकिस्तान को लेकर जांच की मांग
थानेदार ने कहा, "मैं विदेश विभाग से आग्रह करता हूं कि वह इस बात की पूरी तरह जांच करे कि क्या इस आतंकवादी हमले में पाकिस्तान की भूमिका थी। यदि ऐसा है, तो संयुक्त राज्य अमेरिका को अपनी शक्ति, अपने रिश्ते, आर्थिक संबंध, पाकिस्तान के साथ सैन्य संबंध का उपयोग करना चाहिए, इसका उपयोग पाकिस्तानी सरकार पर आतंकवाद का समर्थन बंद करने के लिए दबाव बनाने के लिए करना चाहिए।"
इजरायल की तरह पाकिस्तान में हो एक्शन
एक सवाल के जवाब में थानेदार ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान से आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन न करने की मांग करने की एक अनूठी स्थिति में है। पाकिस्तान ने आतंकवादियों का समर्थन किया है। पाकिस्तान ने उन्हें पनाह दी है और पूरी दुनिया में कई जघन्य कृत्यों को अंजाम दिया है।
थानेदार ने पहलगाम हमले का जिक्र किया और कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका, जो आतंकवादियों द्वारा इजरायल पर हमला किए जाने पर इजरायल के साथ मजबूती से खड़ा रहा है, उसे भारत की जरूरत के समय में भी उतनी ही मजबूती से भारत का समर्थन करना चाहिए। संयुक्त राज्य अमेरिका को ऐसे किसी भी देश का दृढ़ता से विरोध करना चाहिए जो आतंकवाद के विकास, आतंकवादियों के विकास का समर्थन करता है। किसी भी देश, किसी भी सरकार को ऐसी भयानक गतिविधियों का समर्थन नहीं करना चाहिए।"
थानेदार ने कहा "संयुक्त राज्य अमेरिका ने अब तक आतंक को लेकर पाकिस्तान की किसी भी संलिप्तता को स्वीकार नहीं किया है। और अभी तक, हमने विदेश मंत्री रुबियो की ओर से बहुत ही सामन्य सी प्रतिक्रिया देखी है। राष्ट्रपति ट्रम्प की ओर से शांति और कूटनीतिक संबंधों की मांग करते हुए बहुत ही मौन प्रतिक्रिया दी गई है।"
थानेदार ने आगे कहा, "अब अमेरिका को भारत के पीछे उसी स्तर और उसी जुनून से खड़ा होना चाहिए, जिस तरह से वह इजरायल के पीछे खड़ा रहा। पाकिस्तान जो कर रहा है वो अनुचित है, क्योंकि आतंकवादी निर्दोष लोगों की हत्या कर रहे हैं।"
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