अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने 12 मई को कहा कि युद्धविराम समझौते के मद्देनजर संयुक्त राज्य अमेरिका भारत और पाकिस्तान की मदद करने के लिए तैयार है। युद्धविराम को लेकर ट्रम्प का कहना है कि उनके प्रशासन ने मध्यस्थता में मदद की है।
ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम में कहा कि व्यापार एक बड़ा कारण है जिसके कारण उन्होंने लड़ाई बंद कर दी। चार दिनों की लड़ाई, कूटनीति और वाशिंगटन के दबाव के बाद 10 मई को ट्रम्प द्वारा हिमालयी क्षेत्र में युद्धविराम की घोषणा की गई।
पाकिस्तान को लगभग 3 अरब डॉलर के व्यापार अधिशेष के कारण अमेरिका को निर्यात पर 29 प्रतिशत टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन वर्तमान में यह अप्रैल में घोषित 90-दिवसीय रोक के तहत है।
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 9 मई को एक बड़े 7 अरब डॉलर के बेलआउट समझौते के हिस्से के रूप में पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर के ऋण वितरण को मंजूरी दी। IMF के कार्यकारी बोर्ड ने अपनी जलवायु लचीलापन सुविधा के तहत पाकिस्तान को 1.4 अरब डॉलर के नए ऋण को भी मंजूरी दी है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 22 अप्रैल को कश्मीर में हिंदू पर्यटकों पर हुए हमले के बाद बढ़ने लगा, जिसमें 26 लोग मारे गए। इस कारण दो दशकों से अधिक समय में परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच सबसे खराब झड़पें हुईं।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इस आतंकी हमले के करीब 15 दिन बाजद 6 मई की रात को पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकवादी ठिकानों पर निशाना साधकर 9 हमले किये।
भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को निशाना बनाया गया। ये दोनों खतरनाक आतंकी संगठन पाकिस्तानी क्षेत्र से काम कर रहे हैं।
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