राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारतीय अमेरिकियों के अलावा भारत भी में आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। भारत में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है ट्रंप की टिप्पणियों से यह स्पष्ट होता है कि वैश्विक स्तर पर भारत और पाकिस्तान की छवि "फिर से एक जैसी" है। उन्होंने ट्रम्प के बयान को शर्मनाक बताया और कहा कि इस तरह का बयान भारत के लिए चार महत्वपूर्ण तरीकों से निराशाजनक हैं। कांग्रेस नेता ने साफ कहा कि ऐसे समय में जब भारत के सिर पर आतंकवादी बंदूक तानकर खड़े हों तो पाकिस्तान से कैसे बातचीत की जा सकती है।
सीजफायर में अमेरिकी मध्यस्थता के बाद यूएस के लिए भारत और पाकिस्तान को समान बताए जाने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की किरकिरी हो रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे पर आपत्ति जताई है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की मध्यस्थता की है। उन्होंने ट्रंप की टिप्पणियों को "निराशाजनक" बताया है। अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में, तिरुनाथपुरम से सांसद ने कहा कि ट्रंप की टिप्पणियां भारत के लिए चार महत्वपूर्ण तरीकों से निराशाजनक हैं।
एक्स पर उन्होंने लिखा, "सबसे पहले, यह पीड़ित और अपराधी के बीच एक गलत समानता का संकेत देता है और सीमा पार आतंकवाद के लिए पाकिस्तान के वेल डॉक्यूमेंटेड समर्थन के खिलाफ अमेरिका के पिछले रुख को नजरअंदाज करता है... ऐसे में भारत अपने सिर पर आतंकवादी बंदूक तानकर कभी बातचीत नहीं करेगा।"
'पाकिस्तान अब भारत के साथ बातचीत का हकदार नहीं'
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान की खिंचाई की। उन्होंने कहा, "भारत ने पाकिस्तान के साथ अपनी समस्याओं पर किसी विदेशी देश से मध्यस्थता का अनुरोध नहीं किया है, न ही ऐसा करने की संभावना है। लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप की दृष्टि में भारत और पाकिस्तान 'एक साथ' रहते हैं, जो कि एक अजीब बात है। यहीं नहीं दशकों से विश्व नेता भारत की अपनी यात्राओं को पाकिस्तान की यात्राओं के साथ जोड़ने से बचते रहे हैं।
थरूर ने ट्रंप के बयान को "एक बड़ा पिछड़ा कदम" बताते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का रुख कश्मीर विवाद को अंतरराष्ट्रीय बनाने में मदद करेगा, जो आतंकवादियों का स्पष्ट उद्देश्य है। हालांकि, भारत ने कश्मीर पर विवाद के विचार को लगातार खारिज किया है और इस समस्या को अपना आंतरिक मामला मानता है।
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