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भारतीय नृत्यांगना अरुणिमा कुमार को किंग चार्ल्स का ब्रिटिश एम्पायर मेडल सम्मान

भारत में जन्मीं अरुणिमा कुमार अपनी पीढ़ी की अग्रणी कुचिपुड़ी नर्तकियों में से एक हैं।

अरुणिमा कुमार / Arunima Kumar Dance Company Website

प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना अरुणिमा कुमार को भारतीय शास्त्रीय नृत्य और सामुदायिक सेवा में उनके योगदान के लिए किंग चार्ल्स III द्वारा ब्रिटिश एम्पायर मेडल (BEM) से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान ब्रिटेन द्वारा उन गैर-कॉमनवेल्थ नागरिकों को दिया जाता है जिन्होंने यूनाइटेड किंगडम या उसके हितों के लिए असाधारण नागरिक या सैन्य सेवा दी हो। 1922 में स्थापित यह पदक कला, विज्ञान, सामुदायिक सेवा और सार्वजनिक जीवन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है।

भारत में जन्मीं अरुणिमा कुमार अपनी पीढ़ी की अग्रणी कुचिपुड़ी नर्तकियों में से एक हैं। उन्होंने सात वर्ष की आयु में नृत्य प्रशिक्षण शुरू किया और पद्मश्री गुरु जयाराम राव और वानश्री राव जैसे प्रसिद्ध गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की।

सम्मान मिलने के बाद अपनी खुशी साझा करते हुए अरुणिमा ने कहा, नृत्य को समर्पित तीन दशक — और आज ब्रह्मांड का आशीर्वाद, इससे खूबसूरत समय नहीं हो सकता था। इस यात्रा को सार्थक बनाने वाले हर व्यक्ति का धन्यवाद। उन्हें इससे पहले भी कई सम्मान मिल चुके हैं, जिनमें संगीत नाटक अकादमी का उस्ताद बिस्मिल्ला ख़ान युवा पुरस्कार (2008) शामिल है, जो भारत के राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किया जाता है।

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अरुणिमा कुमार ने अब तक 35 से अधिक देशों में 700 से ज्यादा प्रस्तुतियां और कार्यशालाएं की हैं। उन्होंने ब्रिटेन में कई प्रतिष्ठित अवसरों पर नृत्य प्रस्तुत किया, जिनमें 2017 में बकिंघम पैलेस में महारानी एलिज़ाबेथ के सामने ‘UK-India Year of Culture’ के दौरान प्रदर्शन और 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लंदन दौरे के दौरान वेम्बली स्टेडियम में 70,000 दर्शकों के सामने प्रस्तुति शामिल है।

सम्मान प्राप्ति के बाद उन्होंने अपने परिवार को भावभीनी श्रद्धांजलि दी, मेरी मां, जिन्होंने बचपन से मुझ पर विश्वास किया और मुझे कॉर्पोरेट जीवन छोड़कर कला के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया; मेरी दादी, जिन्होंने अपने रेशमी साड़ियाँ मेरे नृत्य परिधानों के लिए दीं। मेरे गुरुजन और मेरी बेटी ऐश्वर्या जो हर दिन मुझे सिखाने, नृत्य करने और सृजन करने की प्रेरणा देती है।

 

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