(बाएं से दाएं) जीत के बाद ममदानी अपने माता-पिता और पत्नी के साथ और ममदानी की भारतीय मूल की मां मीरा नायर / Mohammed Jaffer / SnapsIndia
सोशलिस्ट, राजनीति और बॉलीवुड के रंगों का संगम जोहरान ममदानी को न्यूयॉर्क सिटी की सर्वोच्च कुर्सी तक ले आया। 34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ममदानी 4 नवंबर को मेयर चुने गए। वह शहर के पहले भारतीय-अमेरिकी, पहले मुस्लिम और पिछले सौ सालों में सबसे युवा नेता बने।
ट्रम्प समर्थित पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो और रिपब्लिकन कर्टिस स्लिवा को हराकर ममदानी ने क्वींस में शुरू हुई एक जमीनी मुहिम को पूरे शहर की सांस्कृतिक लहर में बदल दिया। उनके कैंपेन में बॉलीवुड-प्रेरित वीडियो, बहुभाषी संदेश और प्रवासियों के अनुभवों पर ह्यूमर से जुड़ा था। यह न्यूयॉर्क की बदलती राजनीतिक पहचान का प्रतीक बन गया।
न्यूयॉर्क में गूंजा धूम मचाले
ब्रुकलिन में अपनी विजय रैली के दौरान ममदानी ने अपने भाषण का समापन बॉलीवुड गीत धूम मचाले से किया था। जैसे ही 2004 की फिल्म का यह गीत बजा समर्थक नाचने लगे और न्यूयॉर्क सिटी के झंडे लहराने लगे थे।
उनके साथ मंच पर उनकी पत्नी, एनिमेटर रमा दुबाजी और माता-पिता फिल्ममेकर मीरा नायर और स्कॉलर महमूद ममदानी मौजूद थे। मेयर-इलेक्ट ममदानी ने स्वयंसेवकों का आभार जताया और अपना मुख्य वादा दोहराया कि किफायती आवास, मुफ्त पब्लिक बसें, सार्वभौमिक चाइल्डकेयर और किराए में वृद्धि पर रोक लगाई जाएगी।
गीत ने भले सबसे ज्यादा ध्यान खींचा लेकिन उनका भाषण सबसे अहम था जिसमें उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का जिक्र किया। उत्सव के वीडियो ऑनलाइन तेजी से वायरल हुए। एक यूजर ने एक्स पर लिखा कि जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क के मेयर के तौर पर अपनी जीत के भाषण का समापन धूम मचाले पर किया। यह तो किसी फिल्म जैसा है।
एक अन्य ने लिखा कि किसी को जोहरान का स्लो-मोशन वीडियो बनाना चाहिए जिसमें बैकग्राउंड में ‘धूम’ का म्यूजिक हो। कई लोगों के लिए यह पल केवल उत्सव नहीं, बल्कि इस बात का प्रतीक था कि प्रवासी पहचान अब अमेरिकी राजनीति के सबसे बड़े मंच पर अपनी जगह बना रही है।
कैंपेन की भाषा बनी बॉलीवुड
ममदानी के कैंपेन ने जानबूझकर बॉलीवुड की भावनात्मक और दृश्य भाषा का उपयोग किया ताकि वे अलग-अलग समुदायों से जुड़ सकें। उनके सोशल मीडिया वीडियो में मशहूर फिल्म दृश्यों को राजनीतिक नीतियों और नागरिक प्रक्रियाओं से जोड़ा गया। एक वीडियो में उन्होंने अमिताभ बच्चन की दीवार के डायलॉग मेरे पास माँ है को बदलकर कहा मेरे पास आप हो। दूसरे वीडियो में उन्होंने किशोर कुमार के कर्ज गीत की धुन पर रैंक्ड-चॉइस वोटिंग समझाई।
कैंपेन का स्लोगन था अब आपका टाइम आ गया। यह कुछ ऐसा ही था जैसे बॉलीवुड फिल्म गली बॉय के अपना टाइम आएगा था। पोस्टर्स में क्लासिक हिंदी फिल्म टाइपोग्राफी का प्रयोग किया गया और क्वींस में हुए आयोजनों में बहुभाषी भाषण और दक्षिण एशियाई संगीत शामिल था।
कैंपेन डेटा के अनुसार ममदानी की सोशल मीडिया फॉलोइंग में 35 वर्ष से कम उम्र के मतदाताओं, विशेषकर दक्षिण एशियाई और लातीनी समुदायों में तेज वृद्धि हुई।
सांस्कृतिक पहचान और राजनीतिक संदेश
ममदानी अक्सर अपनी दक्षिण एशियाई पहचान को मजदूर वर्ग की एकजुटता और प्रवासी समावेशन से जोड़ते रहे।
एक वीडियो में उन्होंने इस्लामोफोबिया पर बात करते हुए बिरयानी और हलीम खाते हुए खुद को दिखाया जिसे विरोधियों ने आलोचना की लेकिन उनकी टीम ने इसे सार्वजनिक जीवन में प्रवासी संस्कृति को सामान्य बनाने का प्रयास बताया।
उनकी प्रचार सामग्री अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू और बंगाली में भी छपी। क्वींस के कई हिस्सों में पोस्टर्स पर लिखा था -
“আমার মেয়র, তোমার মেয়র, মামদানি মামদানি!” (जिसका मतलब है “मेरा मेयर, तुम्हारा मेयर, ममदानी ममदानी!”)
राजनीतिक विश्लेषक रीना देसाई ने द हिंदू से कहा कि ममदानी के कैंपेन ने प्रगतिशील राजनीति को स्थानीय सांस्कृतिक भाषा में अनुवाद कर दिया।
ममदानी 1 जनवरी 2026 को पद संभालेंगे। उन्हें शहर में आवास संकट, सार्वजनिक परिवहन की चुनौतियों और बढ़ती महंगाई का सामना कर रहा होगा। उनकी नीतियां जैसे किराया फ्रीज, मुफ्त बस सेवा और विस्तारित चाइल्डकेयर, सिटी काउंसिल और राज्य के विधायकों के साथ होने वाली बातचीत पर निर्भर करेंगी।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login