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भारतवंशी डॉ. शंकर नवनीथन को प्रतिष्ठित पुरस्कार, किडनी रोगों में बड़ा योगदान

यह पुरस्कार नेशनल किडनी फाउंडेशन द्वारा उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने किडनी रोगों के इलाज में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं।

भारतवंशी डॉ. शंकर नवनीथन /

प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शंकर दास नवनीथन को किडनी रोगों के उपचार और अनुसंधान में उनके अद्वितीय योगदान के लिए गारबेड एकनोयन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. नवनीथनह्यूस्टन के बेयलर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में नेफ्रोलॉजी विभाग के एसोसिएट चीफ और गैरेबेड एकनोयान एमडी एंडोव्ड प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने किडनी रोगी देखभाल में नवाचार और शोध में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

यह पुरस्कार नेशनल किडनी फाउंडेशन (NKF) द्वारा उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने किडनी रोगों के इलाज में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। डॉ. नवनीथन का शोध विशेष रूप से डायबिटिक किडनी रोग, मोटापा और हृदय रोग जैसे क्षेत्रों में अग्रणी रहा है।

इस अवार्ड के मिलने पर डॉ. नवनीथन ने कहा, "यह मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि मुझे डॉ. गराबेद एकनोयान के नाम पर इस पुरस्कार से नवाजा गया है, जिनका काम किडनी रोग के क्षेत्र में प्रेरणादायक रहा है।" 

नेशनल किडनी फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. किर्क कैम्पबेल ने कहा, "डॉ. नवनीथन ने अपने समर्पण और क्रांतिकारी कार्यों से किडनी रोग के क्षेत्र में अद्वितीय प्रभाव डाला है।" 

डॉ. नवनीथन की कार्यशैली और अनुसंधान का उद्देश्य किडनी रोगियों की गुणवत्ता-जीवन को बेहतर बनाना है।

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